विदिशा। पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता रहीं सुषमा स्वराज का नाता वैसे तो कई राज्यों से रहा। मगर सियासी तौर पर मध्य प्रदेश से उनका नाता काफी मजबूत रहा है। क्योंकि सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा से दो बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं। सुषमा स्वराज साल 2009 और 2014 में विदिशा लोकसभा सीट से ही सांसद रहीं, जब 2014 में उन्होने पहली पूर्णकालिक विदेश मंत्री का कार्यकाल संभालकर इतिहास रचा तो विदिशा उस इतिहास में शामिल रहा।
पढ़ें- IBC24 स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप, सीएम कमलनाथ ने कहा- बच्चों को अच्छी शि
यहां के लोगों को गर्व था कि उन्होने अपने कामों से कई कीर्तिमान स्थापित करने वालीं सुषमा को सांसद चुना है। विदिशा ने एक और महान शख्सियत को देश की संसद भेजा था और वो नाम है सुषमा के गुरू समान और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी। सुषमा स्वराज के विदेश मंत्री बनने से वे भले ही अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा ज्यादातर आ नहीं पाती थीं लेकिन दिल्ली से ही विकास कार्यों और क्षेत्र के बारे में जानकारी रखती थीं।
पढ़ें- एक्सपायरी डेट की कोल्ड ड्रिंक पीने से हुई थी दो बच्चियों की मौत, गल…
इसके अलावा इंदौर से भी उनका गहरा नाता जुड़ गया था। अक्सर एक ट्वीट पर मदद करने वाली सुषमा ने जब पाकिस्तान में कई सालों तक रहीं भारतीय मूक बधिर बच्ची गीता की वापसी कराई थीं। गीता को वहां से लाने के बाद इंदौर में ही रखा गया और वो अभी भी अपने माता-पिता के इंतजार में इंदौर में रह रहीं है। पूरे मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लगातार नजर बनाए रखी और हरसंभव मदद दी। मूक बधिर गीता से उनके प्यार को हमेशा याद किया जाएगा।
पढ़ें-जानिए सुषमा स्वराज और ताई के सफर से जुड़ी रोचक कहानी, ताई के जुबानी कहा- मैं अकेली पड़ गई हूं…
IBC24 स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप में बेटियों का सम्मान
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/2JMm-ukJSXk” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>