स्पीकर महंत ने प्रदेशवासियों को दी हरेली पर्व की शुभकानाएं, ‘फसलों की देवी’ को होगी आराधना

स्पीकर महंत ने प्रदेशवासियों को दी हरेली पर्व की शुभकानाएं, कुटकी दाई की प्रार्थना Speaker Mahant greeted the people of the state on the occasion of Hareli festival

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  • Publish Date - August 7, 2021 / 09:47 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:33 PM IST

रायपुर 08 अगस्त 2021/ छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने प्रदेशवासियों को पारंपरिक पर्व हरेली पर बधाई शुभकानाएं दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश देते में कहा कि, हरेली पर्व पर छत्तीसगढ में कुटकी दाई की आराधना की जाती है, जो फसलों की देवी है। पूजा अर्चना के दौरान पूजा का ध्यान केंद्रित करती है क्योंकि किसान उनकी मदद से ही यह सुनिश्चित होता है कि उनके पास भरपूर फसल होगी।

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विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि, हरेली की परंपरा हरेली राज्य में कई ग्रामीण कृषक समुदायों द्वारा मनाया जाने वाला एक कृषि त्यौहार है, इस लोकप्रिय और प्रसिद्ध त्यौहार का नाम हिंदी शब्द “हरियाली” से आया है, जिसका अर्थ है हरियाली। राज्य के प्रमुख जातीय समूहों में से एक गोंडी लोगों के बीच हरेली उत्सव का विशेष महत्व है, छत्तीसगढ़ के किसान अपने उपकरणों की पूजा करते हैं। किसान अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं और इस त्यौहार का मूल विषय प्रकृति केंद्रित है।

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डॉ महंत ने कहा कि, हरेली उत्सव के दौरान, किसान अपने संबंधित क्षेत्रों में भेलवा वृक्ष की शाखाएं लगाते हैं, अपने घरों के प्रवेश द्वार पर नीम के पेड़ की शाखाएं भी लगाई जाती है। नीम में औषधीय गुण होते हैं जो रोगों के साथ-साथ कीड़ों को भी रोकते हैं। छत्तीसगढ़ के हरेली उत्सव को ‘गेडी’ खेल से भी चिह्नित किया जाता है, एक ऐसा खेल जहाँ छोटे बच्चे बांस के डंडे का इस्तेमाल स्टिल्ट के रूप में करते हैं और खेतों में विचरण करते हैं।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि मैं हरेली माता कुटकी दाई से प्रार्थना करता हूं कि प्रदेश में किसानों को अच्छी फसल प्राप्त हो,आर्थिक उन्नति हो और प्रदेश समृद्ध हो।