विदिशा। एक किसान पुत्र ने अपनी उपज बेचने के बाद डेढ लाख रुपये के पेमेंट नहीं होने पर फेसबुक पर आत्महत्या करने की धमकी क्या दी सारा जिले का प्रशासन हिल गया और आननफानन मे आधा घंटे के अंदर पुलिस महकमे तथा प्रशासन ने उसे खोज निकाला और आधा घंटे के अंदर उसका पूरी राशि का ना केवल चेक बन गया वरन कल ही चेक क्लीयर हो गया।
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दरअसल हुआ ऐसा कि समर्थन मूल्य पर फसल की तुलाई के एक महिने के बाद पैसे नही मिलने से परेशान किसान पुत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला जिसमें उसने लिखा की अब आत्महत्या के आलावा को चारा नहीं। उसके मैसेज से सारा प्रशासन हिल गया और उसे तत्काल 1 लाख49हजार600रूपये का भुगतान किया गया।
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ज्ञात हो कि विदिशा की तहसील सिरोंज के एक किसान को 34 बोरी चने का 1 लाख 49 हजार 600 रुपए की राशि का भुगतान एक महिने के बाद भी नहीं मिला। उसके बेटे ने आत्महत्या करने की धमकी सोशल मीडिया पर दे डाली। इसके बाद प्रशासन सख्ते में आ गया। आधे घंटे के भीतर किसान के बेटे को ना केवल ढूंढ़ निकाला बल्कि आनन.फानन में उसकी उपज का भुगतान भी करवा दिया। किसान शिव दयाल दुबे ग्राम पगरानी में रहते हे। उनके बेटे मनमोहन दुबे ने अपने फेसबुक एकाउंट पर आत्महत्या करने का मैसेज शेयर किया। देखते ही देखते मैसेज इतना वायरल हुआ कि जानकारी सिरोंज टीआई प्रकाश शर्मा और एसडीएम बृजेश शर्मा को भी मिल गई।मनमोहन को तलाशने में प्रशासन लग गया।
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शाम होते तक पता चला कि वह सिरोंज के मंशापूरन काॅलोनी में है। टीआई तुरंत उसके घर पहुंचे और मनमोहन को थाने में लेकर आ गए। इसके बाद उससे पूछताछ शुरू की तो हकीकत सामने आई। कि किसान पुत्र मनमोहन दुबे की अभी 29 जून को शादी होने वाली है और नकदी नहीं होने से परेशान किसान के बेटे ने यह कदम उठाया वही सहकारी बैंक के जिला अध्यक्ष किसानों के भुगतान नही होने के लिए नेफेड को जिम्मेदार ठहरा रहे है। उनका कहना है कि जब हमारे पास पैसे आता है किसानों को भुगतान कर देते। हमारे स्टाफ की पैसे ही कमी है। लेकिन हैरत की बात यह है किसानों को अब अपनी उपज का पैसा लेने के लिए सोशल मीडिया पर आत्महत्या जैसे मेसेज का सहारा लेना पड़ रहा है।
वेब डेस्क IBC24