मुंबई: शिरडी साईं बाबा की जन्मस्थली को लेकर दो गांवों के बीच विवाद गहरा गया है। जन्मस्थान को लेकर शिरडी और परभनी जिले के पाथरी गांव के लोग आमने-सामने हैं और वे अपने अलग-अलग दावे पेश कर रहे हैं। बता दें कि हाल ही में आयोजित समाधी शतक महोत्सव में सीएम उद्ध्व ठाकरे ने पाथरी को साईं बाबा का जन्म स्थान बताते हुए डेवलपमेंट प्लान के लिए 100 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। लेकिन सीएम ठाकरे के बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विवाद के चलते पहली बार शिरडी को रविवार से दो दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। बंद को लेकर आशंका जताई जा रही है कि विवाद गहराने पर मंदिर को भी बंद किया जा सकता है।
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दरसअल साईं बाबा की जीवनी ‘साई चरितमानस’ में उनकी जन्मस्थली परभनी जिले के पाथरी को बताया गया है साथ ही कर्म स्थली शिरडी को कहा गया है। लेकिन शिरडी के लोगों का कहना है कि साईं बाबा ने कभी अपनी जन्मस्थली को लेकर कुछ भी नहीं बताया। शिरडी आने के बाद साईं बाबा ने कभी अपना असली नाम, गांव, जाति, धर्म के बारे में नहीं बताया। इसीलिए वह आज सभी धर्मों के लिए सर्वधर्म समभाव के प्रतीक के तौर पर जाने जाते हैं।
वहीं, पाथरी के लोगों का कहना है कि शिरडी के कारण हमारे गांव का विकास नहीं हो पा रहा है। अगर शिरडी के अलावा कहीं और साईं बाबा का मंदिर बनेगा को निश्चित तौर पर शिरडी को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।