जबलपुर, मध्यप्रदेश। हाथरस में पीड़ित परिवार के घर जाने वाली डॉ राजकुमारी बंसल को शोकॉज नोटिस जारी होगा। जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर प्रदीप कसार ने डॉ राजकुमारी बंसल के इस आचरण को शासकीय सेवा नियमों के विपरीत बताया है। उनके मुताबिक शासकीय सेवक इस तरह के आंदोलन में शामिल नहीं हो सकता। उन्हें नोटिस जारी कर इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
बता दें हाथरस मामले की जांच कर रही यूपी एसआईटी ने बड़ा खुलासा किया है। टीम ने पीड़िता के घर उसकी भाभी बनकर रह रही महिला को नक्सली बताया है। हाथरस में दंगा भड़काने के नक्सल कनेक्शन पर यूपी एसआईटी की जांच पर इसका खुलासा हुआ है।
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जबलपुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में डॉक्टर राजकुमारी बंसल से इस मामले के तार जोड़े जा रहे हैं। राजकुमारी बंसल हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिली थीं। एसआईटी के खुलासे के बाद डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने आईबीसी24 को बयान दिया।
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डॉक्टर राजकुमारी बंसल कहा कि उसे फंसाया जा रहा है। वह पीड़िता के दर्द सुनने के बाद पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस गईं थी। उनके मुताबिक उन्होंने हाथरस जाने के लिए विभाग अध्यक्ष को छुट्टी की अप्लाई किया था। वहीं डॉक्टर ने पीड़ित परिवार से किसी तरह के पारिवारिक संबंध नहीं होना बताया है। कहा कि इंसानियत के तौर पर हाथरस गई। पीड़ित परिवार वालों ने मुझे एक दो दिन रूकने को कहा तो मैं वहां रूक गई। लेकिन अब एसआईटी की टीम मुझे फंसा रही है।