छत्तीसगढ़ में साल 2017 में घटी वो 7 बड़ी घटनाएं जिसने सूबे की सियासत में भूचाल मचाया, उसे जानना आपके लिए बेहद जरुरी है. इसलिए हम वो सारी घटनाएं एक बार फिर आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं.
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26 अप्रैल 2017 को नक्सलियों ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ का सीना छलनी कर दिया. सुकमा जिले के बुरकापाल में हुए नक्सली हमले में CRPF की 74 वीं बटालियन के 25 जवान शहीद हो गए रोड ओपनिंग के लिए निकले 90 जवानों पर दोपहर करीब 12 बजे घात लगाकर बैठे करीब तीन सौ नक्सलियों ने अटैक किया। बारूदी सुरंग से विस्फोट करने के साथ नक्सलियों ने 10 राउंड ग्रेनेड लॉन्चर का भी प्रयोग किया। शहीद जवान घायल जवान और लहूलुहान मौका-ए-वारदात की ये वो तस्वीरें हैं, जो पिछले चार सालों में हुए सबसे बड़े लाल आतंक की कहानी कह रहे हैं। सुकमा के बुरकापाल के पास घात लगाए बैठे नक्सलियों ने रोड ओपनिंग के लिए निकले CRPF की 74 वीं बटालियन के 90 जवानों पर दोपहर करीब 12 बजे फायरिंग शुरू कर दी। CRPF ने भी मोर्चा संभाला और करीब तीन घंटे तक मुठभेड़ चली, जिसमें जवानों ने जान की आहुति दी।
नक्सली करीब तीन सौ थे और बारूदी सुरंग से विस्फोट के अलावा हमले में उन्होंने 10 राउंड ग्रेनेड लॉन्चर का प्रयोग किया। हमलावरों में बड़ी संख्या में महिला नक्सली भी शामिल थीं और ग्रामीणों को आगे कर उन्होंने सुरक्षा बल को निशाना बनाया। फिर शहीद जवानों के हथियार भी लूट लिए। वहीं CRPF ने भी बड़ी घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से रायपुर लाकर दो अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। करीब चार साल पहले जीरम में हुए हमले के बाद ये सबसे बड़ी नक्सली वारदात है, जिसने छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
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अगस्त 2017 में दुर्ग के धमधा के राजपुर में संचालित शगुन गौ शाला में सैकड़ों गाय कुपोषण के चलते दम तोड़ दिया. गायों की मौत उस गौ शाला में हुई है. जिसका संचालक भाजपा का नेता और जामुल नगरपालिका का उपाध्यक्ष भी है और इस गौ शाला को सालाना लाखों का अनुदान भी मिलता है. मामला तूल पकड़ने के बाद गौ शाला संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है. बड़ा सवाल ये है, कि लंबे समय से हो रही लापरवाही को प्रशासन ने आख़िर क्यों नजरअंदाज किया?
दुर्ग के बाद बेमेतरा जिले में भी हरीश वर्मा के ही संचालन वाले फूलचंद गौशाला में गायों को जिंदा भूसों में दबाकर रखा गया था. जिसे ग्रामीणों ने बाहर निकालकर पानी पिलाया. लेकिन इस दौरान प्रशासन का अमला नहीं पहुंचा.बेमेतरा जिले के गोड़मर्रा में संचालित फूलचंद गौशाला का संचालक वही भाजपा नेता हरीश वर्मा है, जिसके धमधा स्थित गौशाला में 29 गायों की मौत का मामला सामने आया है। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने जांच की बात कही है। गायों की मौत मामला जब तूल पकडने लगा तो पशुपालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जांच पूरा कर मामले की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही ये कहा है कि गायों की मौत के दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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छत्तीसगढ़ में कुछ महीने पहले गाय को लेकर जमकर सियासत हुई है, और इस मसले पर प्रदेश सरकार बैकफुट पर भी आ गया था। प्रदेश में कुछ लोग गौशाला के आड में चांदी काट रहे है और हिन्दू धर्म के आस्था के साथ खिलवाड कर रहे है। कुछ ऐसा ही मामला धमतरी जिले के मगरलोड ईलाके में देखने को भी मिला है। जहां वेद माता गौशाला में दस दिनों में करीब दौ सौ गायों की मौत भूख प्यास के चलते हो गई है। बताया जा रहा है की इस गौशाला को गरियाबंद जिले का एक शख्स चला रहा है। जिनके पास गौशाला को लेकर किसी भी तरह का कोई भी दस्तावेज नही है। वहीं दुर्ग जिले के गौशाला में हुए कांड के बाद भी शासन प्रशासन ने कोई सबक नही लिया है जिसका नतीजा है की जिले मे फर्जी तरिके से गौशाला संचालित हो रही है लेकिन प्रशासन को इसकी कानो कान खबर नही है।
जुलाई 2017 में कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर रायपुर दक्षिण के विधायक रहते हुए सिरपुर में 4.12 हैक्टर सरकारी जमीन अपनी पत्नी सरिता अग्रवाल के नाम पर खरीदी थी. जिस पर बाद में मंत्री के बेटे की कंपनी ने रिसॉर्ट बनाया. सरकारी जमीन पर कब्जा कर रिसॉर्ट बनाने के मामले में घिरे प्रदेश सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर. अब छपोराडीह के लोगों ने 60 एकड़ में बनाए बांध के पानी को एनीकट बनाकर डायवर्ट करने और अपने फार्म हाउस ले जाने का आरोप लगाया है। बृजमोहन ने एक बार फिर दोहराया है कि उनका किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं। लेकिन कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने मुद्दे पर उन्हें घेरना शुरू कर दिया है।
गीली मिट्टी पर बने ये गड्ढे और ये निशान उस पोल को उखाड़े जाने के हैं, जिस पर एक दिन पहले तक सीमेंट का पोल खड़ा था और तार का घेरा लगाकर इस जमीन पर कब्जा था। ये तस्वीरें भी इन गांववालों की तरह ये कह रही हैं कि महासमुंद के जलकी-छपोराडीह में 60 एकड़ के बांध का पानी खेतों की बजाय मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के रिसॉर्ट और फार्म हाउस में जा रहा था। खेतों को पानी नहीं मिलने की वजह से जब विवाद बढ़ा, तो इसे खुद फार्म हाउस के कर्मचारियों ने हटा लिया। आरोप ये भी है कि फार्म हाउस के भीतर ट्रांसफार्मर लगाकर पांच कनेक्शन जारी किए गए। जिनमें से चार किसी और के नाम पर है। जल संसाधन विभाग के साथ अब बिजली विभाग के अफसर भी मामले में जांच की दुहाई दे रहे हैं। पहले ही मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को अब विवाद में नया मुद्दा मिल गया है। भूपेश बघेल ने तो बृजमोहन के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। हालांकि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपने पुराने स्टैंड पर अब भी कायम हैं और चुनौती देते हुए ये कह रहे हैं. कि चाहे जिससे जांच करा लें, उनका किसी सरकारी जमीन पर कोई कब्जा नहीं। इस बीच खबर है कि श्याम वाटिका रिसॉर्ट को 15 मार्च 2017 और 9 जुलाई 2017 राजस्व विभाग ने दो बार नोटिस जारी की है। लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है। जाहिर है मंत्री की मुश्किलें आने वाले दिनों में भी कम होती नजर नहीं दिख रहीं।
रायगढ़ के कुनकुनी गांव में आदिवासी ज़मीन घोटाले में आख़िरकार पुलिस ने सप्तऋषि इंफ्रास्टेट और उसके पार्टनर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। मंगलवार को SDM की रिपोर्ट पर पुलिस ने कंपनी के पार्टनर मनीष बनसैया, संतोष गौतम सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इन सभी पर तीन सौ एकड़ आदिवासी जमीन को ग़ैर आदिवासी के नाम पर बेनामी खरीदी बिक्री करने का आरोप है। कुनकुनी गांव के 14 आदिवासियों की तीन सौ एकड़ जमीन को बेनामी तरीके से मेसर्स सप्तऋषि इंफ्रास्टेट ने खरीदा था। इस मामले में जांच के बाद तत्कालीन तहसीलदार अतुल शेट्टे को राज्य शासन ने पहले ही निलंबित कर दिया था।
अक्टूबर 2017 में IBC24 पर मंत्री राजेश मूणत की फर्जी CD बनाने के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ, तो 24 घंटों के भीतर दूसरी बार प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया। लेकिन इस बार मामला एक झूठ को बेपर्दा करने का था, जिसका खुलासा IBC24 ने पूरी जिम्मेदारी के साथ किया। जैसे ही सेक्स वाली CD का सच लोगों ने IBC24 पर देखा, मंत्री राजेश मूणत के समर्थक रायपुर में सड़कों पर उतर आए। मंत्री के बंगले पर पहुंचकर उनके समर्थकों ने जिंदाबाद के नारे लगाए और आतिशबाजियां भी की।
मिठाई बांटकर जश्न तो हुआ ही। गुस्साई भीड़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल के बंगले पर भी पहुंच गई। वहां बघेल के खिलाफ नारेबाजी की गई और उनके नेमप्लेट पर कालिख पोत दी गई। प्रदेश के कई दूसरे शहरों में भी प्रदर्शन शुरू हो गए। जैसे ही नकली CD का झूठ IBC24 पर बेनकाब हुआ, राजधानी पुलिस की टीम IBC24 के दफ्तर पहुंची। पुलिस ने चैनल से वो असली CD वाले फुटेज भी लिए, जिसमें दिख रहे व्यक्ति के चेहरे को रोटोस्कोपी और मेट क्रिएट कर फेस रिप्लेसमेंट किया गया है। CD का सच उजागर होने के पहले से तय रमन कैबिनेट की बैठक में मामले की CBI जांच के लिए अनुशंसा की गई। साथ ही मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि विश्वसनीय चैनल ने दिखाया सच। इसके साथ ही पूरी सरकार ने मंत्री को घृणित तरीके से नकली CD बनाकर बदनाम किए जाने की साजिश की निंदा की। पुलिस मामले में पहले ही पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर चुकी है और अब उसे रिमांड पर रायपुर लेकर आई है। जाहिर है उससे पूछताछ के साथ ही आने वाले दिनों में कई और सनसनीखेज खुलासे होंगे।
दिसंबर 2017: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार की सुबह लोगों को पता चला कि रायपुर और नया रायपुर के बीच जंगली हाथियों का एक दल घूम रहा है. हाथियों के इस दल ने ऐसे समय में राजधानी में दस्तक दी है, जब महीने भर पहले ही सरकार ने हाथी कॉरिडोर में कोयला खनन को मंज़ूरी दी है.
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार नया रायपुर के इलाके के पास पहुंचे इस दल में 18 हाथी हैं, जिनमें से कई ख़तरनाक भी हैं. हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग का अमला मुस्तैद है लेकिन इन्हें भगाया कैसे जाए, ये सबसे बड़ा सवाल है. ऐसे में लाठी लेकर भीड़ को हाथी के इलाके से दूर रखने को ही वन विभाग सबसे बड़ी चुनौती मान रहा है.
दिसंबर 2017: रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र में स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया की मांढर शाखा से नौ लाख 57 हजार रूपए नगदी समेत चोर 12 लाकरों को काटकर उनमें रखे करोडो रूपए का जेवरात नगदी एव अन्य सामान चोर उठा ले गए।
इस घटना की जानकारी आज उस समय हुई जब दो दिनों की छुट्टी के बाद बैंक कर्मचारी जब शाखा पहुंचे।बैंक के ताले टूटे हुए थे।पुलिस के अनुसार चोर बैंक के शटर का ताला तोड़कर प्रवेश किए और उसके बाद वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को तारों को काट दिया।चोरो ने गैस से 12 लाकरों को काटकर उसमें रखे जेवरात,नगदी एवं अन्य कीमती सामान निकाल लिया और उठा ले गए।
वेब डेस्क, IBC24