रायपुर। लोकसभा के बाद राज्य सभा में भी तीन तलाक बिल पास होने के बाद देश में मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई है। एक तरफ जहां लोग सरकार के इस कदम को बेहतर बता रहे है वही कुछ लोग तीन तलाक को समस्या बढ़ाने वाला बिल बताया है। शहर काजी मोहम्मद अली फारूखी के मुताबिक तीन तलाक बिल की कोई जरूरत ही नहीं थी (Muslims reaction on triple talaq bill)।
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वहीं एक इस्लामिक स्कॉलर की माने तो देश की सरकार को तीन तलाक की जगह देश में पढ़ाई का स्तर उंचा किस तरह हो इसकी ओर ध्यान देने वाला बिल लाना था। विश्व की सभी यूनिवर्सिटी में देखेंगे तो अपने देश की एक भी यूनिवर्सिटी टॉप 10 नंबरों में नहीं आती है।
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सरकार को देश में होने वाली मॉब लिचिंग को रोकने के लिए बिल लाना था जिसमें कठोर कानून का प्रावधान होना था। वहीं राजनैतिक दलों से जुडे लोगों का मानना है कि ये सब राजनीतिक माइलेज लेने के लिए बिल लाया गया है। देश की सरकार को गरीबी कैसे दूर हो, बेरोजगारो को रोजगार कैसे मिले इस दिशा में काम करना चाहिये और किसी भी सरकार को किसी भी समाज के मसले में पड़ने का कोई हक नही है।
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