रायपुर। सीएम भूपेश बघेल मैनपाट महोत्सव में शामिल होने रवाना होने से पहले बातचीत में बोधघाट परियोजना पर विरोध करने वालों को जमकर आड़े हाथां लिया। सीएम ने कहा कि भाजपा कभी नहीं चाहती कि आदिवासियों का विकास हो, 15 साल के शासन में विकास तो नहीं किया जमीन छीनने का भी प्रयास कर लिया। कांग्रेस उन्हें फिर से पट्टा देने का काम कर रही है, संसाधनों पर भी हमने आदिवासियों को अधिकार दिया है। बोधघाट परियोजना का विरोध करने वाले बताएं कि आदिवासियों के खेत में पानी कैसे पहुंचे? जमीन मिल रही है लेकिन पानी नहीं होगा तो खेती नुकसान का धंधा हो जाएगा।
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सीएम ने कहा कि विरोध करने वाले नेता बताएं कि उनके खेत में पानी पहुंच रहा है या नहीं। विरोध करने वाले नक्सली बताएं कि तेलंगाना और हैदराबाद में बांध बने हैं या नहीं, वहां के खेतों में पानी मिल रहा या नहीं, हम बोधघाट बांध पर अडिग नहीं लेकिन विरोध करने वाले विकल्प बताएं। वहीं सीएम बघेल ने आज नवा रायपुर स्मार्ट सिटी की फंडिंग रोकने पर कहा कि भाजपा काल में हजारों करोड़ रुपए फूंक दिए गए, सब कमीशन के लिए किया गया और कमीशन लेकर निकल गए, हम उसे बसाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारी, मंत्री, नेता, जनप्रतिनिधि वहां बसेंगे तो बसाहट शुरू होगी। अगर केंद्र ने फंडिंग रोकी है तो हम फिर से बात करेंगे, केंद्र से फंड जारी करने का अनुरोध करेंगे।
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इसके अलावा राज्य में धर्मांतरण की घटना पर राज्यपाल की ओर से चिंता जताए जाने पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के लिए कानून बने हुए हैं, अगर कोई घटना है तो जानकारी हमारे पास भेजें सख्त कार्रवाई होगी, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिनेश त्रिवेदी के राज्यसभा से इस्तीफा देने पर कहा है कि भाजपा अपने आदर्श और आईडियोलॉजी से किसी को आकर्षित नहीं करती, वह लोगों को डरा धमका कर अपनी ओर खींच रही है, अपनी लकीर बड़ी करने के बजाए दूसरे की लकीर छोटी करने में भाजपा जुटी है। आज ही टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया है, इस दौरान उन्होंने कहा कि वे पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं।