रायपुर। केरल में कहर बरपा रहे निपाह वायरस के चलते 12 मौतें हो चुकी है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की है। इसमें निपाह वायरस के बारे में बताया गया है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग यह एडवायजरी राज्य के सभी जिलों को भेजी है।
परामर्श में कहा गया है कि चमगादड़ (फ्रूट बैट्स) निपाह वायरस का प्राकृतिक स्रोत होता है। संक्रमित चमगादड़ के स्त्राव, पेशाब तथा अन्य स्त्राव के माध्यम से फैलता है, इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भी फैलता है।
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एडवाजयरी में इसके लक्षणों के बारे में बताया गया है कि इसके लक्षण सामान्य इन्फ्लुएंजा की तरह ह्ते हैं, जैसे संक्रमित व्यक्ति को बुखार, सिर दर्द होता है। संक्रमण की अवधि 4 से 18 दिन होती है। ऐसे मरीज जो बुखार के साथ मानसिक बदलाव अथवा जिहें झटके भी आते हैं और केरल के प्रभावित जिलों में हाल ही में भ्रमण कर के आए हों या उन जिलों के संभावित तथा पॉजीटिव मरीज के संपर्क में आने की जानकारी मिलती है, निदान और उपचार के दौरान सावधानी बरती जाए। पॉजीटिव मरीज का सर्विलेंस अगले 21 दिन तक किया जाए।
एडवायजरी में कहा गया है कि ऐसे मरीजों के सैंपल लेकर पुणे स्थित लैब में भेजा जाए और उपचार में सावधानी बरती जाए। बताया गया कि इस वायरस का विशिष्ट इलाज नहीं है। लक्षण के आधार पर इलाज किया जाता है। संभावित या पॉजीटिव मरीजों के उपचार अथवा देखरेख में परिवार के सद्स्य या मेडिकल स्टॉफ को समुचित सावधानी बरतनी चाहिए।
वेब डेस्क, IBC24