मुंबई, 25 फरवरी (भाषा) भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र सरकार पर कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बहाने विधानसभा के आगामी बजट सत्र को छोटा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
राज्य विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक के बाद उन्होंने यह बात कही।
इस मुद्दे पर भाजपा ने बैठक से बहिर्गमन किया था।
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार कोविड-19 के बढ़ते मामलों को बजट सत्र में कटौती के लिये इस्तेमाल कर रही है। भाजपा ऐसे कदम का विरोध करती है, इसलिये हम बैठक से बहिर्गमन कर गए।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि किसी भी मुद्दे पर उससे सवाल पूछे जाएं।
फडणवीस ने आरोप लगाया, “प्रदेश सरकार में व्यापक भ्रष्टाचार है लेकिन वह कोई जांच नहीं चाहती।”
उन्होंने कहा कि विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव भी बैठक के एजेंडे में नहीं था।
नाना पटोले के विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद यह स्थान खाली है। कांग्रेस ने पटोले को प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
फडणवीस ने राज्य में करोना वायरस संक्रमण की स्थिति को लेकर एमवीए सरकार पर “दोहरे मानदंड” अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “राजनीतिक दल (सत्ताधारी) बड़ी सभाएं और रैलियों का आयोजन कर रहे हैं, लेकिन वे विपक्षी दलों से ज्यादा लंबा बजट सत्र आयोजित करने की मांग नहीं करने को कह रहे हैं।”
राज्य के वन मंत्री और शिवसेना नेता संजय राठौड़ का नाम पुणे की एक महिला की मौत से जुड़ने संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा, “यह सरकार उन्हें छिपा रही है…यह घटना कई हफ्तों पहले हुई थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई। वे इसकी जांच की कोई पहल भी नहीं कर रहे।”
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने घोषणा की कि बजट सत्र 1 से 10 मार्च तक होगा।
भाषा
प्रशांत दिलीप
दिलीप
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