मुम्बई, नौ जनवरी (भाषा) भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात की आग की घटना में 10 नवजात शिशुओं की मौत को हृदय-विदारक करार देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि दोषी नहीं बख्शे जायेंगे।
उन्होंने एक बयान में कहा कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और राज्य में अस्पतालों की आग संबंधी ऑडिट (जांच) का आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ यह हृदय-विदारक और स्तब्ध कर देने वाली घटना है। उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है एवं दोषी बख्शे नहीं जायेंगे। ’’
ठाकरे ने कहा कि नागपुर अग्नि अभियांत्रिकी महाविद्यालय एवं राज्य विद्युत विभाग के विशेषज्ञ इस आग की सटीक वजह का पता लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 2015 में इस अस्पताल में बच्चों के लिए नया खंड खोला गया था और अब इस बात की जांच की जाएगी कि नये भवन की अग्नि संबंधी ऑडिट की गयी थी या नहीं।
उन्होंने कहा कि जिन शिशुओं की मौत हुई है उनके परिवारों को पांच-पांच लाख रूपये की सहायता दी जाएगी।
भंडारा के जिला सामान्य अस्पताल की विशेष नवजात देखरेख इकाई में शुक्रवार देर रात आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई जबकि सात बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि जिन बच्चों को बचा लिया गया है, उनका समुचित उपचार हो।
उन्होंने कहा कि अग्निशमन कर्मियों और चिकित्सा कर्मियों ने सात बच्चों की जान बचायी तथा सुनिश्चित किया कि आग और न फैले।
भाषा
नननन राजकुमार उमा
उमा
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