पानी की मांग को लेकर इन दो राज्य सरकार के बीच बढ़ा विवाद, प्रदेश को 289 करोड़ रूपए का नुकसान | Increased dispute between the two state governments regarding the demand of water, the loss of the state to the tune of Rs 289 crore

पानी की मांग को लेकर इन दो राज्य सरकार के बीच बढ़ा विवाद, प्रदेश को 289 करोड़ रूपए का नुकसान

पानी की मांग को लेकर इन दो राज्य सरकार के बीच बढ़ा विवाद, प्रदेश को 289 करोड़ रूपए का नुकसान

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 PM IST
,
Published Date: June 14, 2019 5:08 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश और गुजरात सरकार में बनी टकराव की स्थिति बनती जा रही है। दरअसल गुजरात सरकार ने बांध को भरने के लिए प्रदेश सरकार से नर्मदा नदी के पानी के लिए मांग की है, वहीं मधयप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने साफ तौर पर पानी देने के लिए इंकार कर दिया है।

ये भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हमले का विरोध जारी, देशभर में आज चिकित्सकों की 

दरअसल प्रदेश सरकार का मानना है कि गुजरात सरकार के हिस्से का पानी पहले ही दिया जा चुका है, जिसके बाद पानी की मांग को लेकर गुजरात सरकार नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण की शरण में पहुंच गई है। गुजरात के बिजली उत्पादन बंद करने से मध्य प्रदेश सरकार को 289 करोड़ रुपए की चपत लगने का अनुमान है।

ये भी पढ़ें: राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान को आज दी जाएगी अंतिम विदाई, कई दिग्गज रहेंगे मौजूद

लिहाजा पानी के मुद्दे को लेकर गुजरात में बीजेपी और मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार दोनों ही आमने सामने आ गई हैं। वहीं दूसरी ओर देश में दिनों- दिन बढ़ रही किसानों की समस्या के बीच मोदी सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य तय किया है। मोदी सरकार ने लोकसभा चुनावों के बाद वादा मुताबिक सभी किसानों को साल के 6 हजार रुपए देने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिया है।