दंतेवाड़ा। किरंदुल के एनएमडीसी 13 नंबर खदान के फर्जी ग्रामसभा मामले में प्रशासन ने फिर एक बार हिरोली, पिरनार, लावा और पुरंगेल के शेष बचे 43 लोगों के बयान दर्ज कराने दोहरे नाम वाले 113 ग्रामीणों को नोटिस भेजकर 29 जुलाई को बयान के लिये तलब करने की तैयारी कर चुका है।
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दरअसल 22 जुलाई को अंतिम अवसर की घोषणा के बाद भी नक्सल प्रभावित क्षेत्र पुरंगेल और लावा गांव के ग्रामीण बयान प्रक्रिया मे शामिल नहीं हुए थे। अपेक्षाकृत कम लोगों की उपस्थिति के चलते इन दूर के इलाकों तक नोटिस करने और सूचना देने संयुक्त पंचायत समिति सदस्यों ने अतिरिक्त समय की मांग की जिसके बाद प्रशासन एक और बार बयान लेने निर्णय लेकर आगामी सोमवार का दिन तय किया है।
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आपको बता दे कि इससे पहले एनएमडीसी को 13 नम्बर खदान नियमितिकरण करण के लिये 4 जुलाई 2014 को आयोजित ग्रामसभा को आदिवासि आंदोलन में फर्जी बताकर जांच की मांग की थी। शासन के आदेश के बाद 22 जून और 12 जुलाई को जांच बयान लेने में प्रशासन विफल हुआ जिसके बाद 16 जुलाई और 22 जुलाई को कुल 50 ग्रामीणों, 1 सरपंच, 1 सचिव और 1 एनएमडीसी अधिकारी के बायन दर्ज हुए है। तात्कालिक कथित ग्रामसभा के पंचायत रजिस्टर में दर्ज हस्ताक्षर से संबंधित 43 ग्रामीणों के बयान लेना बाकी है। जिसके बाद कोई निर्णय लेने की बात जांच अधिकारी कह रहे हैं।
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