गरियाबंद। जिले के उदंती सीतानदी टाईगर प्रोजेक्ट अंतर्गत बफ़र जोन हल्दीकछार में वनों की बेधड़क कटाई और उड़ीसा राज्य की बस्ती बसाने की शिकायत पर प्रदेश के वन मंत्री बेहद गंभीर है। वन मंत्री के निर्देश पर उच्च स्तरीय जांच टीम मामले की जांच करने हल्दी कछार में पहुँची और स्थिति का जायजा लिया।
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आज IBC24 की टीम बहुचर्चित उदंती अवैध कटाई मामले की जांच हेतु पहुंची उच्चस्तरीय टीम के साथ ग्राउंड जीरो पर पहुंची, वहां का नजारा काफी परेशान करने वाला था, हर तरफ धरासाई पेड़ ही नजर आ रहे थे, घना जंगल कट कर गिर चुके पेड़ों से भरे मैदान की तरह नजर आ रहा था। घटनास्थल पर पहुंचकर वहां का भयावह नजारा देखकर अधिकारी खुद हैरान रह गए।
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बड़े पैमाने पर अवैध कटाई देखकर अधिकारी अवाक रह गए, अमले पर नाराज भी हुए मगर जब मीडिया ने पूछा तो महज 300 के करीब पेड़ कटने की बात मानी और 10 हेक्टेयर जंगल के कटने की बात स्वीकार की जबकि ग्रामीणों का कहना है कि वास्तविक में इससे कहीं अधिक बड़े इलाके में जंगल काटा गया है।
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प्रदेश के आला अफसरों के सामने वन सुरक्षा समिति ने बताया कि उड़ीसा के लोग तीर धनुष लेकर इन्हें डराते धमकाते हुए लगातार अवैध कटाई कर रहे थे।वन अधिकारियों को शुरुआत से बताया गया था लेकिन कार्यवाही करने को वन विभाग के कर्मचारी तैयार नहीं थे। काफी लेट से कार्यवाही की तब तक कई एकड़ जंगल उड़ीसा के जमीन के लालची लोग साफ कर चुके थे।
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