रायपुर। छत्तीसगढ़ में 10 फरवरी तक ही स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। कोरोना टीका के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तारीख़ तय कर दी है। छत्तीसगढ़ में 2 लाख कोरोना वारियर्स पंजीकृत हुए हैं, इनमें पुलिस, सेंट्रल फोर्स, सफाईकर्मी और राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल हैं, सरकार की तैयारी पूरी हो गई है, इसके लिए जल्द मोबाइल संदेश भेजा जाएगा।
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स्वास्थ्य कर्मियों के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने फ्रंटलाइन वारियर्स के कोरोना टीकाकरण की तैयारी कर ली है। इस टीकाकरण में छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी कर्मचारी, नगर निगम के सफाई कर्मचारी, राजस्व विभाग के वे कर्मचारी जो सर्विलांस ड्यूटी में लगाए गए थे, उनका चयन किया गया है। इसके अलावा टीकाकरण लिस्ट में छत्तीसगढ़ में पोस्टेड केंद्र सरकार के पुलिस और सुरक्षा बलों का भी नाम है। इसके लिए तैयारी भी पूरी कर ली है। अधिकारियों का कहना है कि अस्पतालों की पहचान कर उन्हें कोविन एप के माध्यम से s.m.s. भेजा जाएगा। इधर डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी 10 फरवरी के बाद टीकाकरण नहीं करा सकेंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए भी तारीख निर्धारित कर दिया है। बताया जा रहा है कि 10 फरवरी के बाद राज्य में फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण का दूसरा डोज भी लगना है। अगर इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों का पहला डोज लगता रहा। तो बाकी के टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित होंगे। टीकाकरण अधिकारी डॉ अमर सिंह ठाकुर का कहना है कि अभी टीकाकरण के लिए कोई नए केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। पहले से संचालित केंद्रों पर ही फ्रंटलाइन वारियर्स का टीकाकरण होगा। केंद्र सरकार के सुरक्षा बलों के टीकाकरण के लिए उन्हीं के अस्पताल से बातचीत चल रही है। वहीं पर टीकाकरण के लिए व्यवस्था की जा रही है। डॉक्टरों स्वास्थ्य कर्मियों अस्पतालों को भी हिदायत दी गई है, कि 10 फरवरी तक अपना टीकाकरण करवा लें
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बता दें कि कोरोना टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने इसके पहले चिंता जाहिर की थी। उनका कहना था कि स्वास्थ्यकर्मियों के नहीं आने के कारण खुली हुई वाइल की कोराना वैक्सीन की डोज खराब हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि एक वाइल में करीब 2 से 3 डोज खराब हो रही है। प्रदेश में 65 फीसदी लोगों ने ही अब तक कोरोना वैक्सीन लगवाई है।