Hareli festival | will be celebrated with pomp in Gauthans There will be

गौठानों में धूमधाम से मनाया जाएगा हरेली पर्व, पारंपरिक खेलकूद एवं व्यंजन प्रतियोगिताएं होंगी, सीएम भूपेश बघेल होंगे शामिल

गौठानों में धूमधाम से मनाया जाएगा हरेली पर्व, पारंपरिक खेलकूद एवं व्यंजन प्रतियोगिताएं होंगी, सीएम भूपेश बघेल हरेली पर्व में होंगे शामिल Hareli festival will be celebrated with pomp in Gauthans There will be traditional sports and cuisine competitions CM Bhupesh Baghel will attend Hareli festival

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 PM IST
,
Published Date: August 6, 2021 9:11 pm IST

रायपुर, 6 अगस्त 2021। छत्तीसगढ़ राज्य का खेती-किसानी से जुड़ा हरेली पर्व 8 अगस्त को पूरे राज्य में धूमधाम से मनाया जाएगा। हरेली पर्व के दिन सुराजी गांव योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों में कृषि यंत्रों और गोधन की पूजा अर्चना के साथ ही पारंपरिक खेल-कूद एवं व्यंजन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी मंत्रीगणों, संसदीय सचिव, निगमों-मंडलों, आयोगों के पदाधिकारियों को गौठानों में आयोजित होने वाले हरेली पर्व के कार्यक्रम में शामिल होने तथा लोगों से बातचीत कर गौठान एवं गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की स्थिति को बेहतर बनाने की पहल के निर्देश दिए हैं।

Read More News: Watch Video: जब हाथियों के झुंड के बीच फंस गए विधायक और उनकी टीम, अटक गई थी सांसें

यहां यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ बीते वर्ष हरेली पर्व के दिन 20 जुलाई को किया गया था। गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक ऐसी योजना है, जिसकी लोकप्रियता एवं चर्चा छत्तीसगढ़ राज्य ही नहीं वरन देश हो रही है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व के दिन से पशुपालकों, ग्रामीणों से 2 रुपए किलो की दर से गोबर क्रय किए जाने की शुरुआत की गई। गौठानों में क्रय गोबर से वर्मी कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट, सुपर कंपोस्ट प्लस खाद का निर्माण किए जाने के साथ ही महिला स्व-सहायता समूह द्वारा विविध उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। बीते एक साल में गोधन न्याय योजना के जरिए पशुपालक ग्रामीणों से 97.55 करोड़ रूपए का गोबर क्रय कर अब तक लगभग 10 लाख क्विंटल वर्मी खाद का निर्माण किया जा चुका है। इस योजना के जरिए गोबर की खरीदी होने से ग्रामीणों, पशुपालक-किसानों को सीधे लाभ प्राप्त होने लगे हैं। गौठान और गोधन न्याय योजना के माध्यम से ग्रामीण अंचल में शुरू हुई आयमूलक गतिविधियों ने राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक गति प्रदान की है।

गोधन न्याय योजना के राज्य नोडल अधिकारी एवं कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विशेष सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने गौठानों में 8 अगस्त को हरेली पर्व के आयोजन के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने राज्य के सभी संभागायुक्तों, कलेक्टरों जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों सहित नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को भेजे अपने पत्र में हरेली पर्व के पावन अवसर पर गौठानों में पारंपरिक खेल जैसे गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्सा-कस्सी, भौंरा, नारियल फेक प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन आदि की प्रतियोगिताओं का आयोजन करने के साथ ही गौठान प्रबंधन समिति, स्व-सहायता समूह एवं जनप्रतिनिधियों से गौठानों की गतिविधियों के संबंध में चर्चा-परिचर्चा का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं।

Read More News: Watch Video: जब हाथियों के झुंड के बीच फंस गए विधायक और उनकी टीम, अटक गई थी सांसें

हरेली पर्व के दिन गौठानों में पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष रूप से पशु चिकित्सा शिविर लगाने के साथ ही ग्रामीणों एवं पशुपालकों को गौठानों में पशुओं को लाने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने को भी कहा है। गौठानों में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित होने वाले वर्मी कंपोस्ट के सुरक्षा एवं रख-रखाव का प्रबंधन तथा स्थानीय स्तर पर कृषकों को वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने को भी कहा गया है। गौठानों में फलदार, छायादार पौधों विशेषकर कदम का पौधा लगाए जाने एवं चारागाह विकास के भी निर्देश दिए गए हैं।

 
Flowers