बलौदाबाजार। इन दिनों पूरे विश्व कोरोना वायरस जैसे गंभीर बीमारी से जूझ रहा है तो वही कोरोना वायरस की वजह से दूसरे राज्यों से आये प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटरो में रखा गया है, जहां से अव्यवस्थाओं के किस्से तो खूब सामने आए हैं लेकिन बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखंड के क्वारन्टीन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों का जो दावा सामने आया है उससे सब के होश उड़ गए हैं।
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क्वारन्टीन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों का कहना है इस क्वारन्टीन सेंटर में भूतों का साया है,जी हां सही सुना आपने इस क्वारन्टीन सेंटर में भूतों का साया है, रात होते ही पायलों की आवाज और इंसानी हलचलों की तरह आहट, दरवाजे खिड़कियों के आवाज देर रात के अंधेरे में इस क्वारन्टीन सेंटर में सुनाई पड़ती हैं।
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मजदूरों के दावों के अनुसार बीते रात शनिवार और रविवार की रात 11 बजे मजदूरों को पायलों की आवाज सुनाई पड़ी, जिसके बाद आवाज देने पर कोई जवाब नहीं आया, ये सिलसिला रात 2 बजे तक चलता रहा जिसके बाद मजदूरों ने सुबह देखा तो स्कूल की दीवारों पर पैरों के निशान दिखे,जिसके बाद मजदूरों ने इस पूरी घटना की जानकारी पंच—सरपंच को दी और ख़ौफ़ की वजह से यहां रहने से इंकार कर दिया। ibc24 मजदूरों के इस दावे की पुष्टि नहीं करता और किसी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता।
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