रायपुर। अगर आप सोशल मीडिया पर सक्रीय है और उसमें खुलकर चुनावी पोस्ट डाल रहे है ये सोचकर की कोई आपकों देख नहीं रहा है तो आप गलत है। बेहतर होगा की आप सावधान हो जाए क्योंकी इस बार सोशल मीडिया पर बढ़ती सक्रियता को देखते हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग की जा रही है ।
मतलब आपने कुछ आपत्तिजनक या विवादास्पद पोस्ट डाला या शेयर किया तो निर्वाचन आयोग की टीम तत्काल आप तक पहुंच जाएगी । अगर आप फेक समाचार को शेयर कर रहे या बढ़ावा दे रहे हैं तो हो सकता है इसके लिए आपकों सजा भी मिल जाए ।
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इसके लिए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया एवं फेसबुक, वॉट्सअप, ट्विटर, गुगल शेयरचेट, टिकटॉक, बिगो टी.वी के प्रतिनिधियों से भारत निर्वाचन आयोग ने बैठक भी आयोजित की है । बैठक के बाद एक वोलयंट्री कोड ऑफ एथिक्स ऑफ जनरल इलेक्शन भी जारी किया है । खास बात यह है की सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर 24*7 निगरानी रखी जा रही है ।