इंदौर। शहर में आगामी 3 दिन के लिए पूरी तरीके से लॉकडाउन किया गया है, केवल दूध और मेडिकल दुकानों को यह रियायत रहेगी कि वह समय अनुसार अपनी दुकानें खुली रख सकते हैं । शहर में कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इसी को देखते हुए शहर में सख्ती बढ़ती जा रही है।
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इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा के मुताबिक शहर में तकरीबन 1500 जवान सड़कों पर सुरक्षा इंतजाम में लगे हुए हैं क्योंकि कोरोनावायरस गंभीर बीमारी शहर में तेजी से फैल रही है और उसी को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है आम जनता से यही अपील की जाती है कि वह घरों से बाहर ना निकले वही डीआईजी ने कहा कि इंदौर के लोग भी काफी सपोर्टिव हैं जिन्होंने इस फैसले को स्वीकार किया है और शहर की भलाई के लिए लोक प्रशासन का पूरा समर्थन कर रहे हैं।
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जितने भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है उन्हें भी अपने परिवार से अलग रखा जा रहा है, उनके लिए रहने की पृथक व्यवस्था की गई है वहीं जितने क्षेत्र जो बड़ी संख्या में कोरोना पहुंचे मरीजों से संक्रमित पाए गए हैं उन्हें पूरी तरीके से ब्लॉक किया गया है और ऐसे क्षेत्रों में आने जाने वाले लोगों पर सख्ती बढ़ती जा रही है और किसी को भी बेवजह में घूमने नहीं दिया जा रहा है।
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वहीं डीआईजी ने यह भी साफ किया है कि शहर में अस्थाई जेलें भी बनाई गई हैं जो कि शहर के बाईपास स्थित मैरिज गार्डन में होंगी कोई भी व्यक्ति यदि इन दिनों सड़कों पर बेवजह घूमता हुआ नजर आया तो उसे गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेजा जाएगा, वहीं फिलहाल जो दो पॉजिटिव मरीज हॉस्पिटल से भाग गए थे उनके खिलाफ भी सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं डीआईजी ने कहा है कि ऐसे लोग जो कोरोना से संक्रमित है और समाज के लिए घातक साबित हो सकते हैं और यदि वे हॉस्पिटल से भागने का प्रयास करते हैं तो उनके विरुद्ध भी धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी ।
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