रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एनएमडीसी के एमडी से हुई मुलाकात पर कहा है कि किरंदुल में जो एनएमडीसी की खदाने है, उसमें जो श्रमिकों का आंदोलन हो रहा है, उसको लेकर एनएमडीसी को पहल करनी चाहिए क्योंकि वह भारत सरकार का उपक्रम है। एनएमडीसी की जितनी भी भर्ती परीक्षाएं होती है वह छत्तीसगढ़ में हो।
ये भी पढ़ें: आंदोलनकारी आदिवासियों को प्रशासन ने थमाया नोटिस, रात 12 बजे तक धरनास्थल खाली करने
सीएम भूपेश बघेल की एनएमडीसी के एमडी से आयरन उत्पादन को लेकर भी बातचीत हुई। सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्पंज आयरन के प्लांट्स है, जहां पर आयरन की डिमांड है। करीब पांच से छह मिलियन टन की है जबकि आपूर्ति एनएमडीसी की ओर से सिर्फ 2,5 मिलियन टन की है। जब खदान यहां पर हैं तो यहां के लोगों को उसका फायदा पहले मिलना चाहिए।
ये भी पढ़ें: आदिवासियों के आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री भूपेश से मिले एनएमडीसी के चेयरमेन एन
बता दें कि बैलाडीला में नंदीराज पहाड़ी को अपना देव स्थान बताते हुए हजारों आदिवासी 7 जून यानी शुक्रवार से NMDC के गेट पर परिवार समेत डेरा डाले हुए हैं। बैलाडीला की खदान नंबर 13 में खुदाई के विरोध में आदिवासी आंदोलन आज छठे दिन भी जारी है। इससे पहले पांचवें दिन किरंदुल से रायपुर पहुंचे आदिवासी प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/4ZV_Y8yIYnU” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>