रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक बद्री नारायण मीणा के सीबीआई डेपुटेशन का मामला मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर में अटक गया है। गृह विभाग के सीनियर अफसरों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि मीणा को छोड़ दुर्ग एसपी अमरेश मिश्रा, एडीसी टू गवर्नर अभिषेक शांडिल्य और मुंगेली एसपी नीतू कमल के सीबीआई क्लियरेंस की जानकारी विभाग को है। तीनों आईपीएस को अब सीबीआई में भेजना है या नहीं, इस पर सरकार फैसला करेगी। जल्द होने वाली आईपीएस की सर्जरी में यह साफ हो जाएगा कि किसे प्रतिनियुक्ति पर भेजना है और किसे सरकार यही रखेगी।
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वैसे, सूत्रों की मानें तो मुंगेली एसपी नीतू कमल का सीबीआई जाना लगभग तय माना जा रहा है। इसकी एक वजह उनके हसबैंड को दिल्ली में होना बताया जा रहा है। वैसे भी, नीतू का लेटर भी गृह विभाग में आ चुका है…बहरहाल, क्लियरेंस अटकना बद्री मीणा के लिए एक झटका होगा, हालांकि, हो सकता है कि क्वेरी से संतुष्ट होने के बाद मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर उन्हें क्लियरेंस दे दें। मगर अभी तो स्थिति साफ नहीं है। मीणा छत्तीसगढ़ के हाईप्रोफाइल आईपीएस माने जाते हैं। उन्होंने लगातार सात जिले में एसपी रहने का नया कीर्तिमान बनाया है। रायगढ़ उनका सातवां जिला है।
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सीबीआई में जाने के लिए सबसे पहले आवेदन भी उन्होंने ही किया था। वे छत्तीसगढ़ के दोनों बड़े जिले रायपुर और बिलासपुर जिले के एसपी रह चुके हैं। हालांकि, दूसरी ओर ये भी बताया जा रहा है कि मीणा की फाइल को नियमानुसार सीबीआई ने मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर को भेजा है। वहां से प्रोसेज होने के बाद कुछ निर्णय हो पाएगा। इसलिए, एकदम से ये नहीं कहा जा सकता कि मीणा का नाम खारिज हो गया है। सीबीआई का अपना प्रॉसिजर होता है। वह एक-एक कर नाम क्लियर करती रहती है।
वेब डेस्क, IBC24