भोपाल। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन ने स्वीकार किया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान एंटी इनकंबेंसी थी, इसलिए बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। जैन के मुताबिक विधानसभा के नतीजों को देखते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी पुराने प्रत्याशियों की जगह नए चेहरों को मौका दिया और उसका नतीजा आपके सामने है।
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अनिल जैन के मुताबिक हमने जनता के मैंडेट का सम्मान किया और प्रत्याशियों में बदलाव करते हुए लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। जैन की मानें तो कैंडिडेट बदलने से एंटी इनकंबेंसी अब खत्म हो गई है। इसका उदाहरण दुर्ग सीट से ही मिल गया है, मुख्यमंंत्री के साथ 4 कद्दावर मंत्रियों का गढ़ होते हुए भी दुर्ग सीट सबसे बड़े मार्जिन से जीती गई। बता दें दुर्ग से भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर को करीब 3 लाख वोटों से शिकस्त दी थी। विजय बघेल 2009 के चुनाव में तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी रहे सीएम बघेल को भी हरा चुके हैं। दुर्ग से ही वर्तमान में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी आते हैं।
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अनिल जैन माना कि विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में हमारी करारी हार हुई थी, लेकिन राजस्थान और मध्यप्रदेश में हम चुनाव नहीं हारे थे। मध्यप्रदेश और राजस्थान दोनों जगह भाजपा ने टक्कर दी थी।
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