भोपाल। नाबालिगों से यौन शोषण के आरोप लगने के बाद से फरार प्यारे मिया की एक और गाड़ी लावारिस हालत में मिली है। प्यारे मिया नाबालिग बच्चियों के साथ यौनशोषण मामले में आरोपी है। अपर लेक इलाके पर प्यारे मिया की गाड़ी मिली है। प्यारे मिया अपनी ऑडी कार को लावारिस हालात में छोड़ कर यहां से हुआ था। श्यामला हिल्स पुलिस ने गाड़ी को लिया कब्जे में प्यारे मिया के सुराग तलाशने में लगी है।
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे इस खेल के लिए बेहद शातिराना अंदाज अंजाम दिया जाता था। खासतौर से नाबालिगों को जाल में फंसाया जाता और फिर उन्हें रसूखदारों के सामने नोंचने के लिए छोड़ दिया जाता। पुलिस के मुताबिक प्यारे मियां नाम के इस शख्स के कई रसूखदार लोगों से संपर्क थे। वह 14 से 16 साल की बच्चियों को अपने जाल में फंसाता और उन्हें रईस लोगों की पार्टी में पेश करता था।
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इससे पहले वह खुद भी इन नाबालिग बच्चियों के साथ हैवानियत करता। इसके लिए गरीब परिवार की लड़कियों को फंसाता था। पुलिस के मुताबिक उसके इस काम को अंजाम देती थी दलाल स्वीटी विश्वकर्मा, जिन बच्चियों को पैसों की जरूरत होती। वह उन्हें स्वीटी के जरिए फंसाता।
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इसके बाद 68 साल का प्यारे मियां उनके साथ हैवानियत करता। हैवानियत के बदले बच्चियों को 10 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता। यही नहीं कोई लड़की ज्यादा पसंद आने पर उसे टिप के रूप में अतिरिक्त पैसे भी देता। प्यारे मियां के कई ठिकाने हैं।
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शाहपुरा स्थित ऐशगाह नामक फ्लैट, रातीबड़ का फार्म हाउस, जहां वह न सिर्फ खुद बल्कि अपने दोस्तों को भी हैवानियत करने के लिए बुलाता नाबालिग लड़कियां प्यारे मियां को अब्बू कहकर पुकारती थीं। पुलिस की पूछताछ में दो लड़कियों ने बताया कि वह अब्बा के घर गई थीं। पुलिस का अनुमान है कि चाइल्ड लाइन और सीडब्ल्यूसी की काउंसलिंग में और भी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।
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