दुर्ग। जेल में अपराधियों को सजा के साथ ही सुधार के लिए भेजा जाता है, लेकिन लंबे समय से दुर्ग केन्द्रीय जेल अपराधियों के लिए अय्याशियों का अड्डा बना हुआ है। दुर्ग सेंट्रल जेल में आज सुबह की सुबह 04.30 बजे जिले के एएसपी, एसडीएम समेत 125 पुलिसकर्मियों ने एक साथ दबिश देकर सबको चैंका दिया।
मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदगी में कार्यक्रम छोड़कर क्यों चले गए कार्यकर्ता ?
रविवार सुबह तड़के 430 बजे एएसपी दुर्ग और एडीएम कैलाश वर्मा, के नेतृत्व में लगभग 125 पुलिसकर्मियों ने दुर्ग जेल को घेर लिया। सूचना मिलते ही जेल के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के नेतृत्व में सभी जेल के अंदर दाखिल हुए और एक एक बैरक, बाथरूम, नालियों, और पानी टंकियों को छान मारा। वहीं सो रहे सभी बंदियों को एक-एक कर उठाकर उनकी तलाशी ली गयी।
कानून की जानकारी कोर्ट, वकील और जजों तक न रहे सीमित, आम लोगों तक बने इसकी पहुंच – रमन
लेकिन वहां कोई भी आपत्तिजनक वस्तु या समान नहीं मिलने पर एसएपी और एसडीएम समेत पूरे अधिकारी जेल की व्यवस्था देखकर आश्चर्य चकित रह गए। जेल महकमें को सभंवत इस छापे की सूचना पूर्व में मिल जाने की वजह से पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही का रिजल्ट नहीं निकल पाया।
वेब डेस्क, IBC24