भारी हंगामे के बीच पूर्व महापौर प्रबोध मिंज बने नेता प्रतिपक्ष, फिर से सामने आयी बीजेपी में गुटबाजी | Amidst uproar, former mayor Prabodh Minj becomes leader of opposition, factionalism in BJP again

भारी हंगामे के बीच पूर्व महापौर प्रबोध मिंज बने नेता प्रतिपक्ष, फिर से सामने आयी बीजेपी में गुटबाजी

भारी हंगामे के बीच पूर्व महापौर प्रबोध मिंज बने नेता प्रतिपक्ष, फिर से सामने आयी बीजेपी में गुटबाजी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:46 PM IST, Published Date : March 1, 2020/3:06 pm IST

अंबिकापुर। भारी हंगामे के बीच आखिरकार अंबिकापुर नगर निगम के लिए नेता प्रतिपक्ष का नाम तय हो गया, अब अंबिकापुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष की बागडोर पूर्व महापौर प्रबोध मिंज संभालेंगे। नेता प्रतिपक्ष का नाम तय करने के लिए पहुंचे पर्यवेक्षक नारायण चंदेल की उपस्थिति में ही भाजपा के पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कुछ पार्षदों को प्रबोध मिंज के नाम पर आपत्ति थी ऐसे में हंगामा सड़क तक पहुंच गया और फिर बड़े नेताओं ने मामले को संभाला।

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हालांकि इस मामले में भाजपा नेता गुटबाजी की बात से इनकार करते हुए एकजुट होकर निगम में कांग्रेस की सरकार के विफलताओं को उठाने के बात जरूर कह रहे हैं, लेकिन अंबिकापुर नगर निगम में भाजपा विपक्ष की भूमिका में है ऐसे में लंबे समय से इंतजार था कि अंबिकापुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा और इस पर सहमति बनाने के लिए पर्यवेक्षक के रूप में भाजपा नेता नारायण चंदेल अंबिकापुर पहुंचे हुए थे।

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यहां उन्होंने पार्षदों के साथ वन टु वन चर्चा करने के साथ ही कोर कमेटी के सदस्यों और भाजपा के बड़े नेताओं से चर्चा की, ज्यादातर लोगों ने प्रबोध मिंज के नाम पर सहमति जताई मगर कुछ पार्षद प्रबोध मिंज के नाम से नाराज भी थे ऐसे में पार्टी दफ्तर में जमकर हंगामा हुआ। मगर इन हंगामे के बीच नारायण चंदेल ने प्रबोध मिंज के नाम की घोषणा कर दी। नाराज कार्यकर्ताओं ने हंगामा तो किया ही साथ ही साथ सड़क पर भी झुमाझमटी करते नजर आए।

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इधर नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद प्रबोध मिंज ने पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी की बात से इनकार किया है, इसके साथ ही प्रबोध मिंज ने कहा कि विपक्ष में होने के नाते वह निगम के बेहतर कार्यों में तो निगम सरकार के साथ रहेंगे लेकिन नियम विरुद्ध और आम लोगों के अहित के कामों का जमकर विरोध भी करेंगे ऐसे में कहा जा सकता है कि भाजपा ने दो बार के महापौर रहे अनुभवी प्रबोध मिंज को नेता प्रतिपक्ष बनाकर निगम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कवायद की है।