भोपाल, मध्यप्रदेश। भोपाल के खानूगांव में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई जारी है। खानूगांव में भारी पुलिस बल तैनात है। पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया है। वहीं पुराने भोपाल में भी पुलिस बल तैनात किए गए हैं। बता दें खानूगांव में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कॉलेज है। खानूगांव बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया में है। वहीं यूथ कांग्रेस और कॉलेज के लोग काली पट्टी बांधकर अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई का विरोध जता रहा है।
पढ़ें- बोरवेल में 60 फीट की गहराई में फंसा है मासूम, 45 फीट तक खुदाई पूरी.. रेस्क्यू अब भी जारी
राजधानी की लाइफ लाइन बड़े तालाब के खानूगांव स्थित कैचमेंट को खत्म करने की साजिश की जा रही है। दस साल में यहां करीब एक हजार एकड़ का कैचमेंट खत्म कर दिया गया है। दरअसल, तालाब किनारे खानूगांव के टापू पर पुराने रहवासियों के लिए भोपाल मास्टर प्लान 2005 में एक छोटा हिस्सा आवासीय तय किया था।
पढ़ें- त्यौहार के मौके पर कर्मचारियों को तोहफा, दस हजार रुपये अग्रिम राशि …
बड़ा तालाब किनारे स्थित खानूगांव पूरी तरह ग्रीन बेल्ट है। यहां आवासीय क्षेत्र बढ़ाया जाने का मतलब तालाब का गला घोंटना है। तालाब की रिटेनिंग वॉल बनाकर हद तय करना बेहद आपत्तिजनक था, हमने इसका विरोध किया था। यदि वाकई तालाब का भला चाहते हैं तो खानूगांव समेत आसपास के क्षेत्र को ग्रीन एरिया घोषित कर यहां किए गए निर्मार्णों को तोड़ा जाए। रिटेनिंग वॉल गिराई जाए। तालाब की हद तय करने का सीधा मतलब आसपास के लोगों की जमीनें बचाना है।
पढ़ें- सीएम शिवराज ने की पत्नी साधना सिंह के साथ करवाचौथ की पूजा, उधर नर्म…
इसका बेजा लाभ उठाते हुए, अब इस आवासीय क्षेत्र को दोगुना से अधिक बढ़ा दिया है। चिंताजनक बात ये है कि तालाब के हित में पहले से तय कैचमेंट और ग्रीन एरिया को बरकरार रखने की बजाय प्रस्तावित मास्टर प्लान ड्राफ्ट 2031 में यहां के आवासीय क्षेत्र को दोगुना किया जा रहा है। यदि ऐसा होता है तो तालाब किनारे कैचमेंट में हुए अवैध निर्माणों को वैध करने का गलियारा दे दिया जाएगा। विशेषज्ञों के मुताबिक ये किसी भी स्थिति में तालाब के हित में नहीं है।