बेटे की मौत के महीने भर बाद भी निजी अस्पताल के खिलाफ भाजपा विधायक की तहरीर पर मामला दर्ज नहीं | A month after his son's death, bjp MLA's Tahrir not booked against private hospital

बेटे की मौत के महीने भर बाद भी निजी अस्पताल के खिलाफ भाजपा विधायक की तहरीर पर मामला दर्ज नहीं

बेटे की मौत के महीने भर बाद भी निजी अस्पताल के खिलाफ भाजपा विधायक की तहरीर पर मामला दर्ज नहीं

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:03 PM IST
,
Published Date: May 29, 2021 8:01 am IST

हरदोई (उप्र), 29 मई (भाषा) हरदोई जिले के भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजकुमार अग्रवाल ने शनिवार को पुलिस पर आरोप लगाया कि बेटे की मौत के मामले में लखनऊ के एक निजी अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए वह 26 अप्रैल से लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक मामला दर्ज नहीं हो सका।

हरदोई के संडीला से भाजपा विधायक के बेटे आशीष अग्रवाल (30) की 26 अप्रैल को लखनऊ के काकोरी स्थित एक अस्पताल में मौत हो गई थी। विधायक का आरोप है कि उनके बेटे की मौत अस्पताल की लापरवाही से हुई थी।

भाजपा विधायक के बेटे को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था और 22 अप्रैल को उसे लखनऊ में काकोरी स्थित एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को सुबह बेटे का ऑक्सीजन स्तर 94 था, वह खाना-पीना खा रहा था और सबसे बातचीत कर रहा था लेकिन शाम को अचानक चिकित्सकों ने बताया कि उसका ऑक्सीजन स्तर कम हो रहा है।

विधायक का आरोप है कि उनके दो अन्य बेटे बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आए तो चिकित्सकों ने यह ऑक्सीजन मरीज तक नहीं पहुंचने दी और काफी सिफारिश के बाद भी ऑक्सीजन नहीं ली गई और थोड़ी देर बाद बेटे आशीष की मौत हो गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही से उनके बेटे की जान चली गई और किसी और के साथ ऐसा न हो इसलिए अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए उन्होंने काकोरी थाने में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी (सीएमओ) की जांच के बिना रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया।

उनका कहना है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन 26 अप्रैल को दी गई तहरीर पर अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया।

वहीं, काकोरी के पुलिस निरीक्षक बृजेश सिंह ने कहा कि तीन दिन पहले ही मैंने कार्यभार संभाला है और पुराने थाना प्रभारी ने विधायक की तहरीर उन्हें नहीं दी है। दूसरी तहरीर लेकर मामला दर्ज किया जाएगा और इसके बाद मामले की जांच की जाएगी।

भाषा सं आनन्‍द

नेहा

नेहा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)