भोपाल। बेंगलुरू में रुके सिंधिया समर्थक अन्य 16 विधायकों ने फिर से विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा स्वीकार करने की मांग उठाई है। इन विधायकों ने खुद उपस्थित होने के लिए मध्य प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था और अनिश्चितता का पत्र में हवाला दिया है।
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बता दें कि कल से बजट सत्र की शुरूआत होने वाली है, इसके लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने अपने अपने विधायकों को व्हिप जारी कर बजट सत्र में उपस्थित होने का फरमान जारी कर दिया है। वहीं सिंधिया समर्थक विधायक अभी भी बेंगलुरू में रूके हुए हैं।
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विधानसभा अध्यक्ष ने 6 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, उसके बाद भी अभी 16 विधायक शेष है जो अभी तक अपने इस्तीफा स्वीकार करने की बाट जोह रहे हैं। उन्होने अपने इस्तीफे की जानकारी राजभवन में राज्यपाल को भी दी है।
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वहीं, दूसरी ओर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने इस्तीफा देने वाले विधायकों का इंतजार किया, लेकिन वे मझसे मिलने नहीं आए। जिनको इस्तीफा सौंपना है, उनसे सीधा संपर्क क्यों नहीं किया जा रहा है?
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कोरोना वायरस के चलते विधानसभा का सत्र आगे बढ़ाने के सवाल पर बोले एनपी प्रजापति ने कहा कि इस बात को लेकर सभी को चिंता है, यह महामारी तेजी से फैल रही है। वहीं, फ्लोर टेस्ट को लेकर उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं क्या होगा, यह कल पता चलेगा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम खराब होने पर भाजपा ने की हाथ उठाकर वोटिंग करवाने की मांग है। नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नोरत्तम मिश्रा ने राज्यपाल से मुलाकात कर मांग की है।