विश्व मुक्केबाजी ने नयी एशियाई संस्था बनायी; लवलीना एथलीट आयोग में, अजय सिंह बोर्ड सदस्य नामित

विश्व मुक्केबाजी ने नयी एशियाई संस्था बनायी; लवलीना एथलीट आयोग में, अजय सिंह बोर्ड सदस्य नामित

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  • Publish Date - December 27, 2024 / 02:48 PM IST,
    Updated On - December 27, 2024 / 02:48 PM IST

नयी दिल्ली, 27 दिसंबर (भाषा) तोक्यो ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को मुक्केबाजी की अलग वैश्विक संस्था ‘विश्व मुक्केबाजी’ के एथलीट आयोग में शामिल किया गया है जबकि अध्यक्ष अजय सिंह सहित भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के छह अधिकारी नवगठित अंतरिम एशियाई निकाय का हिस्सा होंगे।

भारत इस नयी संरचना के भीतर एशियाई मुक्केबाजी के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिसमें बीएफआई से जुड़े अधिकारियों को सात अहम समितियों में शामिल किया गया है। सिंह को बोर्ड सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।

बोरगोहेन एशियाई और वैश्विक मुक्केबाजी में खिलाड़ियों से जुड़े मुद्दे उठायेंगी।

बीएफआई महासचिव हेमंत कुमार कलिता और कोषाध्यक्ष दिग्विजय सिंह सहित को क्रमश: ओलंपिक आयोग और वित्त एवं लेखा जांच समिति में अहम भूमिका मिली है।

सिंह के हवाले से एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘एशियाई मुक्केबाजी का निर्माण विश्व मुक्केबाजी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि मुक्केबाजी एलए 2028 और उसके बाद ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनी रहे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत को इस परिवर्तनकारी पहल के केंद्र में होने पर गर्व है, जो मुक्केबाजी के ओलंपिक भविष्य को सुरक्षित करने की प्रक्रिया में योगदान दे रहा है।’’

सिंह ने एशिया की अंतरिम निकाय के गठन पर बीएफआई की भूमिका कहा, ‘‘प्रमुख आयोगों में मजबूत प्रतिनिधित्व के साथ भारत प्रमुख नीतियों को प्रभावित करने, भारतीय मुक्केबाजी के विकास को आगे बढ़ाने और न केवल देश के भीतर बल्कि पूरे एशिया में खेल के विकास और प्रमुखता को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है।’’

एथलीट आयोग के तीन सदस्यों में से एक, बोरगोहेन ने पूरे एशिया में एथलीटों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे, उचित अवसरों और सहायता प्रणालियों की वकालत करने के लिए मंच के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘एशियाई मुक्केबाजी में एथलीट आयोग के सदस्य के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है। यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है कि खिलाड़ियों की आवाज सुनी जाए और निर्णय लेने की प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा ध्यान पूरे एशिया में बेहतर प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे, निष्पक्ष अवसरों और मजबूत समर्थन प्रणालियों की वकालत करने पर होगा जो मुक्केबाजों को वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए सशक्त बनाते हैं।’’

बीएफआई अधिकारी नरेंद्र कुमार निर्वाण और डीपी भट्ट क्रमशः संविधान और खेल एवं प्रतिस्पर्धा आयोग में काम करेंगे, जबकि डॉ. करणजीत सिंह चिकित्सा आयोग में शामिल होंगे।

यह घोषणा भारत को नवंबर 2025 में विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल की मेजबानी का अधिकार मिलने के एक सप्ताह बाद आई है।

देश इसके साथ ही विश्व मुक्केबाजी कांग्रेस की भी मेजबानी करेगा।

भारत इस साल की शुरुआत में डब्ल्यूबी में शामिल हुआ था।

भाषा आनन्द आनन्द

आनन्द