कोहली भारतीय टीम में रहने के हकदार नहीं, गलतियां सुधारने पर मेहनत नहीं की : पठान |

कोहली भारतीय टीम में रहने के हकदार नहीं, गलतियां सुधारने पर मेहनत नहीं की : पठान

कोहली भारतीय टीम में रहने के हकदार नहीं, गलतियां सुधारने पर मेहनत नहीं की : पठान

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Modified Date: January 5, 2025 / 02:56 PM IST
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Published Date: January 5, 2025 2:51 pm IST

सिडनी, पांच जनवरी (भाषा) भारतीय टीम में सुपरस्टार संस्कृति खत्म करने की मांग करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने विराट कोहली के टीम में स्थान पर सवाल उठाया और कहा कि उन्होंने अपनी तकनीकी कमियों को सुधारने के लिये ना तो घरेलू क्रिकेट खेली और ना ही मेहनत की ।

कोहली और रोहित शर्मा आस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी श्रृंखला में खराब फॉर्म में थे और भारत ने 1 . 3 से हार के साथ ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जाने का मौका भी खो दिया ।

कोहली नौ पारियों में 190 रन ही बना सके और बार बार आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर कैच देकर आउट हुए ।

पठान ने स्टार स्पोटर्स से कहा ,‘‘ सुपरस्टार कल्चर खत्म होना चाहिये, टीम कल्चर की जरूरत है । आपको प्रदर्शन में सुधार करना होगा , अपने और टीम के । इस श्रृंखला से पहले भी मैच थे और उनके पास घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका था लेकिन उन्होंने नहीं खेला । इस कल्चर को बदलना होगा ।’’

इस पूर्व हरफनमौला ने यह भी कहा कि सचिन तेंदुलकर ने भी रणजी ट्रॉफी खेला जबकि उन्हें जरूरत नहीं थी क्योकि वह चार या पांच दिन पिच पर बिताना चाहते थे ।

पठान ने कहा ,‘‘ विराट कोहली ने आखिरी बार घरेलू क्रिकेट कब खेला था । एक दशक से भी पहले ।’’

उन्होंने कहा कि कोहली की जगह किसी युवा को दी जानी चाहिये क्योंकि पिछले पांच साल में पहली पारी में उनका औसत 30 से भी कम रहा है ।

उन्होंने कहा ,‘‘ पहली पारी में 2024 में विराट कोहली का औसत 15 रहा है । पिछले पांच साल में 30 भी नहीं रहा । क्या ऐसे सीनियर भारतीय टीम में होने चाहिये । इसकी बजाय तो किसी युवा को मौका देना चाहिये जो 25 . 30 की औसत दे ही देगा । यह टीम के बारे में है, व्यक्तियों के बारे में नहीं ।’’

पठान ने कहा ,‘‘ जब हम कोहली की बात करते हैं तो उसने भारत के लिये बहुत कुछ किया है । बहुत सारे अच्छे प्रदर्शन लेकिन बार बार एक ही गलती पर आउट हो रहे हैं । आप इस तकनीकी गलती को सुधारने का प्रयास ही नहीं कर रहे । सनी सर (गावस्कर) यहां है । उनसे या किसी और से बात करने में कितना समय लगता है ।’’

भाषा मोना सुधीर

सुधीर

 
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