उषा ने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को अवैध घोषित किया, चौबे को लताड़ा |

उषा ने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को अवैध घोषित किया, चौबे को लताड़ा

उषा ने अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को अवैध घोषित किया, चौबे को लताड़ा

:   Modified Date:  October 10, 2024 / 06:43 PM IST, Published Date : October 10, 2024/6:43 pm IST

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने गुरुवार को आईओए स्टाफ को संयुक्त सचिव कल्याण चौबे और कार्यकारी परिषद के बाकी सदस्यों से कोई भी निर्देश लेने से रोक दिया। उन्होंने इसके साथ ही 25 अक्टूबर को होने वाली विशेष आमसभा (एसजीएम) के लिए चौबे द्वारा घोषित किए गए एजेंडा को अवैध और अनधिकृत करार दिया।

चौबे ने बुधवार को आईओए के आधिकारिक लेटरहेड पर एक सर्कुलर जारी किया जिसमें 25 अक्टूबर को होने वाली आमसभा की बैठक के लिए 26 एजेंडा शामिल किए गए थे। इनमें कथित संवैधानिक उल्लंघनों से जुड़े मामलों के लिए उषा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विषय भी शामिल है।

चौबे ने आईओए के संयुक्त सचिव और कार्यवाहक सीईओ के रूप में इस पर हस्ताक्षर किए थे। उषा ने घोषणा की कि चौबे कार्यवाहक सीईओ के पद पर नहीं हैं।

जनवरी में रघुराम अय्यर के पद संभालने से पहले चौबे ने आईओए के कार्यवाहक सीईओ के रूप में कार्य किया था।

उषा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में चौबे की कार्रवाई को ‘‘अवैध और आईओए संविधान का उल्लंघन’’ बताया।

उन्होंने कहा,‘‘आईओए संविधान के अनुच्छेद 8.1 के अनुसार आईओए के अध्यक्ष के रूप में मैंने पहले ही तीन अक्टूबर 2024 को विशेष आम सभा को लेकर नोटिस जारी किया था। इसके अलावा मैंने आईओए के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे को बैठक बुलाने या 25 अक्टूबर को होने वाली एसजीएम का एजेंडा घोषित करने के लिए अधिकृत नहीं किया है।’’

उषा ने कहा,‘‘इसलिए उस बैठक को लेकर जारी किया गया कोई भी अन्य एजेंडा या नोटिस अवैध और अनधिकृत है। इसमें कल्याण चौबे द्वारा जारी किया गया नोटिस भी शामिल है। इसे दुर्भावनापूर्ण इरादे से जारी किया गया माना जाना चाहिए और इसकी उपेक्षा की जानी चाहिए।’’

उषा ने कहा था कि अय्यर की नियुक्ति को कार्यकारी परिषद ने पांच जनवरी को एक बैठक में मंजूरी दे दी थी। केवल उनका वेतन ही एकमात्र ऐसा मुद्दा था जिस पर चर्चा होनी बाकी थी।

चौबे सहित आईओए कार्यकारी परिषद के 12 सदस्यों (15 में से) ने सीईओ के रूप में अय्यर की नियुक्ति की पुष्टि करने से इनकार कर दिया था।

उषा ने कहा,‘‘मेरे संज्ञान में लाया गया है कि कल्याण चौबे ने आईओए के कार्यवाहक सीईओ के रूप में एसजीएम के लिए आधिकारिक आईओए स्टेशनरी का उपयोग करते हुए एजेंडा जारी किया है। यह पूरी तरह से अवैध और आईओए के संविधान का उल्लंघन है।

उन्होंने कहा,‘‘मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि आईओए के वर्तमान और एकमात्र सीईओ रघुराम अय्यर हैं। उन्होंने 15 जनवरी 2024 को आधिकारिक रूप से अपना पदभार संभाल लिया था। आईओए परिषद के कुछ सदस्यों ने उनकी नियुक्ति से इनकार करते हुए उनका वेतन रोक दिया लेकिन इसके बावजूद वह अपनी भूमिका निभाते रहे।’’

भाषा पंत नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)