कोलकाता, 21 जून (भाषा) भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से सीमित प्रारूपों में दो नयी गेंद के नियम पर फिर से विचार करने का आग्रह करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह अंगुली के स्पिनरों के लिए ‘अनुचित’ है।
आईसीसी ने अक्टूबर 2011 में एकदिवसीय मैचों में यह विशेष नियम लागू किया था।
गंभीर ने यहां ‘इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स’ के ‘राइज टू लीडरशिप’ ‘टॉक शो’ के दौरान कहा, ‘‘एक चीज जो मैं निश्चित रूप से बदलना चाहूंगा वह है सफेद गेंद वाले प्रारूप में दो नयी गेंदों का उपयोग।’’
कई विशेषज्ञों का मानना है कि दो नई गेंदों के उपयोग से अंगुली के स्पिनरों को नुकसान होता है और तेज गेंदबाजों के लिए रिवर्स स्विंग की संभावना कम हो जाती ।
राहुल द्रविड़ के बाद भारतीय टीम के कोच बनने की दौड़ में आगे चल रहे गंभीर ने कहा, ‘‘यह अंगुली के स्पिनरों के लिए बहुत अनुचित है। इसीलिए वे अब सीमित ओवर में पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेल पा रहे है। यह सही नहीं है।’’
गंभीर के ‘मेंटोर’ रहते कोलकाता नाइट राइडर्स ने हाल ही में आईपीएल का तीसरा खिताब जीता। उन्होंने कहा, ‘‘ आईसीसी का काम यह सुनिश्चित करना है कि हर किसी को प्रतिभा दिखाने का समान अवसर मिले अब वह, चाहे वह अंगुली के स्पिनर हो, तेज गेंदबाज हो, कलाई का स्पिनर हो या बल्लेबाज हो।’’
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