बासेल, 22 मार्च (भाषा) त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की भारतीय महिला जोड़ी का स्विस ओपन बैडमिंटन में शानदार सफर शनिवार को यहां सेमीफाइनल में लियू शेंग शू और तान निंग की दुनिया की नंबर एक जोड़ी से तीन गेम के करीबी मुकाबले में हार के साथ समाप्त हो गया।
विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी पहले गेम की बढ़त को बरकरार नहीं रख सकी और चीन की जोड़ी से एक घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले को 21-15, 15-21, 12-21 से गंवा बैठी।
इस हार के साथ ही बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 टूर्नामेंट में भारत का अभियान समाप्त हो गया क्योंकि एकल ड्रॉ में बचे एकमात्र भारतीय शंकर मुथुसामी सुब्रमण्यन शुक्रवार रात को 2019 विश्व जूनियर चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता और विश्व के 31वें नंबर के खिलाड़ी फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव से 10-21, 14-21 से हार गए थे।
चीन की जोड़ी के खिलाफ त्रिसा और गायत्री का मुकाबला शुरुआती गेम से ही काफी करीबी था। दोनों जोड़ियों के बीच कई बार 70 से अधिक शॉट की रैलियां हुई। चीन की शीर्ष जोड़ी ने कम गलतियां कीं और करीबी मुकाबले में धैर्य बनाए रखते हुए जीत दर्ज की।
भारतीय जोड़ी ने दमदार शुरुआत करते हुए 4-1 की बढ़त बनाई और ब्रेक तक इसे 11-6 कर लिया। इस जोड़ी ने खेल की गति को नियंत्रित कर पहला गेम जीत लिया।
छोर बदलने के बाद भी भारत की युवा जोड़ी ने 6-3 की बढ़त हासिल कर ली। लियू और टैन की जोड़ी ने इसके बाद शानदार खेल से वापसी करते हुए ने बाजी पलट दी। उन्होंने 15-12 की बढ़त बनाने के बाद 77 शॉट की रैली जीत कर आत्मविश्वास हासिल किया। इस जोड़ी ने छह गेम प्वइंट हासिल कर इसे आसानी से भुना लिया।
तीसरे गेम में लियू और टैन ने रैलियों पर दबदबा बनाया और ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बना ली। भारतीय जोड़ी संघर्ष करते रही, लेकिन चीन की जोड़ी ने धीरे-धीरे अंतर बढ़ाते हुए मैच को आराम से अपने नाम कर लिया।
भाषा आनन्द नमिता
नमिता
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