भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवानों के लिए एशियाई चैंपियनशिप में मुश्किल दिन

भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवानों के लिए एशियाई चैंपियनशिप में मुश्किल दिन

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  • Publish Date - March 29, 2025 / 05:35 PM IST,
    Updated On - March 29, 2025 / 05:35 PM IST

अम्मान (जोर्डन), 29 मार्च (भाषा) सुजीत कलकल को छोड़कर भारत के अन्य पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवानों को शनिवार को यहां एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में पहली बाधा पार करने में भी संघर्ष करना पड़ा और तीन भारतीय पहलवानों को रेपेचेज के जरिए अपनी दावेदारी के लिए इंतजार करना होगा।

सुजीत ने 65 किग्रा वर्ग में शानदार शुरुआत करते हुए फलस्तीन के अब्दुल्ला असफ को तकनीकी दक्षता से हराया लेकिन वह जापान के काइसेई तनाबे के डिफेंस को नहीं भेद सके।

सुजीत को रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक के लिए दावा पेश करने का मौका मिलेगा क्योंकि तनाबे खिताबी मुकाबले में पहुंच चुके हैं।

इसी तरह विशाल कालीरमन का भाग्य उन्हें हराने वाले मंगोलिया के प्रतिद्वंद्वी तुलगा तुमुर ओचिर के हाथों में है। विशाल अपना पहला मुकाबला 2022 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता के खिलाफ 0-8 से हार गए।

ओचिर का सामना 65 किग्रा के सेमीफाइनल में ताजिकिस्तान के विक्टर रसादिन से होगा और अगर वह जीत जाते हैं तो विशाल को रेपेचेज के जरिए दावा पेश करने का मौका मिलेगा।

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत की अनुपस्थिति में 57 किग्रा में प्रतिस्पर्धा करते हुए चिराग एक भी अंक हासिल नहीं कर सके और अल्माज स्मानबेकोव के खिलाफ उन्हें तकनीकी दक्षता के आधार पर हार का सामना करना पड़ा।

किर्गिस्तान का पहलवान इसके बाद क्वार्टर फाइनल में हार गया जिससे चिराग का भी प्रतियोगिता में सफर खत्म हो गया।

चंद्रमोहन 79 किग्रा वर्ग में ताजिकिस्तान के मैगोमेट एवलोव के खिलाफ हार गए।

भाषा सुधीर मोना

मोना