Team India lost the match
Team India lost the match टीम इंडिया के लिए किस्मत एक बार फिर धोखा दे दी गई है। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 168 का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ऐसा धोया कि भारतीय बॉलर्स ने पूरी तरह सरेंडर कर दिया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। टीम इंडिया ने 20 ओवर में छह विकेट पर 168 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 16 ओवर में बिना विकेट गंवाए 170 रन बना लिए। इंग्लैंड के लिए एलेक्स हेल्स ने 47 गेंद पर नाबाद 86 रन बनाए। कप्तान जोस बटलर ने 49 गेंद पर 80 रन की पारी खेली। भारत के छह में से चार गेंदबाजों ने 10 से ज्यादा की इकोनॉमी रेट से रन दिए।
Team India lost the match इंग्लैंड ने इस पारी में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया, जो बताता है कि किस तरह भारतीय बॉलर ने घुटने टेक दिए। इंग्लैंड की ओर से एलेक्स हेल्स ने 47 बॉल में 86 रन बनाए, जबकि कप्तान जोस बटलर ने 49 बॉल में 80 रन बनाए। इंग्लैंड ने 169 रनों के टारगेट को सिर्फ 16 ओवर में हासिल कर लिया।
1. ओपनिंग फिर नहीं चली
टीम इंडिया की ओपनिंग पार्टनरशिप सुपर-12 में तो नाकाम रही ही थी और सेमीफाइनल में भी वही देखने को मिला। इंग्लैंड के खिलाफ रोहित-राहुल सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हुए। टीम इंडिया को फिर अच्छी शुरुआत नहीं मिली और वो पावरप्ले में 38 ही रन बना सकी।
2. रोहित-सूर्या अहम मैच में नहीं चले
कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला पूरे टी20 वर्ल्ड कप में नहीं चला और सेमीफाइनल में भी यही देखने को मिला। रोहित ने 28 गेंदों में 27 रन बनाए, उनका स्ट्राइक रेट 100 से भी कम रहा। दूसरी ओर सूर्यकुमार यादव ने 10 गेंदों में 14 रन बनाए।
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3. भारत की खराब गेंदबाजी
सुपर-12 में शानदार गेंदबाजी करने वाले अर्शदीप सिंह और भुवनेश्वर कुमार ने सेमीफाइनल में निराश किया। दोनों पावरप्ले में ना विकेट ले पाए ना रन रोक पाए। भुवनेश्वर कुमार का इकॉनमी रेट 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा रहा। शमी, अश्विन और पंड्या भी प्रति ओवर 10 रन से ज्यादा लुटा बैठे।
4.खराब प्लेइंग इलेवन का चयन
टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का सेलेक्शन भी कहीं ना कहीं हार की वजह रहा। प्लेइंग इलेवन में भारत ने विकेट टेकिंग स्पिनर को जगह नहीं दी। अक्षर पटेल को मौका दिया गया जो सिर्फ रन रोकने का काम करते हैं युजवेंद्र को पूरे टूर्नामेंट में मौका नहीं दिया गया।
1. अर्शदीप को दूसरा ओवर नहीं देना
पावर प्ले में अर्शदीप ने एक ओवर में 8 रन दिए। 4 बॉलर्स में सबसे कम इकोनॉमी थी। रोहित ने उन्हें दूसरा ओवर नहीं दिया, जबकि वे शुरुआत में विकेट दिलाते हैं। उन्हें दूसरा ओवर नहीं देना कप्तान के तौर पर रोहित की बड़ी गलती रही।
2. भुवी ने स्विंग नहीं कराई, अक्षर लेंथ में कमजोर
भुवनेश्वर कुमार जब पहला ओवर लेकर आए तो उन्हें स्विंग मिल रही थी, लेकिन तीसरी ही गेंद पर रोहित ने पंत को आगे से कीपिंग करने को कहा। यानी भुवनेश्वर के आगे गेंद डालकर स्विंग कराने के चांस एकदम खत्म हो गए। अक्षर पटेल ने ज्यादातर छोटी लेंथ की गेंदें फेंकी, जिन्हें बटलर और हेल्स ने बाउंड्री में तब्दील किया।