तोक्यो, तीन अगस्त (एपी) बेलारूस की धाविका क्रिस्टसीना सिमानोस्काया तोक्यो ओलंपिक से सुरक्षित वापसी के लिए जहां मानवीय आधार पर वीजा की मांग कर रही थीं वहीं वह तोक्यो खेलों की 200 मीटर स्पर्धा में चुनौती पेश करने के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ रहीं थी।
क्रिस्टसीना को मानवीय आधार पर वीजा तो मिल गया लेकिन खेल पंचाट (कैस) ने मंगलवार को खुलासा किया है कि वह कानूनी लड़ाई हार गई हैं।
खेल की शीर्ष अदालत ने क्रिस्टसीना द्वारा उठाए कानूनी कदमों की विस्तृत जानकारी दी। बेलारूस लौटने से बचने के लिए हवाई अड्डे पर हुए विवाद के बाद क्रिस्टसीना कैस की शरण में पहुंची थी। क्रिस्टसीना का मानना है कि बेलारूस में उनकी जान को खतरा है।
खेल पंचाट ने बयान में कहा कि उन्होंने सोमवार को क्रिस्टसीना के आग्रह पर अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया है जिन्होंने आग्रह किया था कि 200 मीटर में उन्हें प्रतिस्पर्धा पेश करने से रोकने के बेलारूस ओलंपिक अधिकारियों के फैसले को बदला जाए।
महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा की हीट ओलंपिक स्टेडियम में सुबह जबकि सेमीफाइनल शाम के सत्र में हुए।
खेल पंचाट ने कहा कि क्रिस्टसीना अंतरिम राहत हासिल करने के लिए अपना पक्ष साबित करने में विफल रही।
एपी सुधीर पंत
पंत
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