निशानेबाजी विश्व कप फाइनल: सोनम मस्कर ने रजत पदक जीता |

निशानेबाजी विश्व कप फाइनल: सोनम मस्कर ने रजत पदक जीता

निशानेबाजी विश्व कप फाइनल: सोनम मस्कर ने रजत पदक जीता

:   Modified Date:  October 15, 2024 / 08:33 PM IST, Published Date : October 15, 2024/8:33 pm IST

नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर (भाषा) भारत के लिए मंगलवार को निराशाजनक दिन सोनम मस्कर ने उम्मीद की किरण जगाई जब कोल्हापुर की इस निशानेबाज ने यहां आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल के पहले दिन महिला 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक जीता।

मात्र दो साल पहले प्रतिस्पर्धी निशानेबाजी शुरू करने वाली 22 वर्षीय सोनम को पिछले साल ही राष्ट्रीय टीम में जगह मिली थी। उन्होंने फाइनल में 252.9 का शानदार स्कोर बनाया और पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन की हुआंग यूटिंग से पीछे रही जिन्होंने 254.5 का फाइनल का विश्व रिकॉर्ड स्कोर बनाया।

आठ निशानेबाजों के फाइनल में भारत की तिलोत्तमा सेन छठे स्थान पर रही।

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक से चूकने वाले अर्जुन बबूता पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहे। चंडीगढ़ का यह युवा निशानेबाज पदक दौर में कुछ समय शीर्ष पर भी चल रहा था। चौथे एलिमिनेशन दौर में हालांकि 9.8 के खराब स्कोर के कारण कर्णी सिंह रेंज में आयोजित इस एलीट प्रतियोगिता में उनके पदक जीतने की संभावना खत्म हो गई।

ओलंपियन रिदम सांगवान महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक से चूक गईं जब पांचवें एलिमिनेशन दौर में वह सिर्फ आठ अंक ही जुटा सकीं। रिदम 197.2 अंक के साथ चौथे स्थान पर रहीं।

उभरती हुई निशानेबाज सुरभि राव पांचवें स्थान पर रहीं।

फ्रांस की कैमिली जेड्रेजेवस्की ने अंतिम शॉट में 10.9 के परफेक्ट स्कोर से स्वर्ण पदक जीता। पेरिस ओलंपिक की 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल की रजत पदक विजेता ने अपनी झोली में विश्व कप फाइनल का दूसरा स्वर्ण पदक डाला। उन्होंने इससे पहले 2022 विश्व कप फाइनल में भी स्वर्ण पदक जीता था।

ओलंपियन अर्जुन सिंह चीमा का निराशाजनक सत्र 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में लगातार खराब शॉट के बाद आखिरी स्थान पर रहने से और भी निराशाजनक हो गया।

सोनम ने हालांकि अपने छोटे से करियर का सबसे बड़ा पदक जीता।

बीजिंग ओलंपिक 2008 में अभिनव बिंद्रा के स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि से प्रेरित होकर सोनम ने 2018 में इस खेल को अपनाया लेकिन कोविड महामारी ने उनकी निशानेबाजी की आकांक्षाओं पर ब्रेक लगा दिया।

उन्होंने 2022 में स्वयं को एक और मौका दिया और पश्चिम क्षेत्र से राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया। यहां राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में जगह पक्की करने के बाद सोनम ने इस अवसर का भरपूर फायदा उठाया।

सोनम ने मंगलवार को क्वालीफिकेशन दौर में 632.1 के स्कोर से चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया।

बी. कॉम अंतिम वर्ष की छात्रा ने इसके बाद पदक दौर में कुछ बेहतरीन स्कोर हासिल किए और रजत पदक जीता।

कोल्हापुर की रहने वाली सोनम ने कहा, ‘‘यह अहसास बहुत अच्छा है कि मैंने रजत पदक जीता है। मैं इसी जगह पर ट्रेनिंग करती हूं और प्रशंसकों तथा टीम के साथियों ने मेरा उत्साहवर्धन किया जिससे मैं फाइनल के लिए बेहद प्रेरित थी।’’

कोल्हापुर ने विश्व चैंपियन तेजस्विनी सावंत और पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता स्वप्निल कुसाले जैसे कई शीर्ष राइफल निशानेबाज भारत को दिए हैं।

भारतीय टीम में शामिल होने के बारे में सोनम ने कहा, ‘‘मैंने पश्चिम क्षेत्र से राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया। वहां मैंने अच्छे ट्रायल दिए और राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई। अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर मैंने निशानेबाजी शुरू की। मैंने यहां इस प्रतियोगिता के लिए बेहद कड़ी मेहनत की।’’

महिलाओं की स्कीट स्पर्धा में गनीमत सेखों क्वालीफिकेशन के पहले दिन सर्वश्रेष्ठ भारतीय रहीं। उन्होंने 75 में से 74 निशाने लगाए और अमेरिका की समंथा सिमोंटन (75) से पीछे रहीं। ओलंपियन महेश्वरी चौहान 69 निशाने लगाकर पिछड़ गईं।

पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में ओलंपियन अनंतजीत सिंह नरुका 73 शॉट लगाकर 10 पुरुषों के बीच तीसरे स्थान पर हैं। अनुभवी मैराज खान 71 अंक के साथ सातवें स्थान पर हैं।

पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में विवान कपूर 73 शॉट लगाकर काउंटबैक पर ऑस्ट्रेलियाई जेम्स विलेट के पीछे दूसरे स्थान पर रहे जबकि भवनीश मेंदीरत्ता पहले तीन दौर के बाद 72 निशाने लगाकर चौथे स्थान पर हैं।

महिलाओं की ट्रैप प्रतियोगिता में श्रेयसी सिंह और राजेश्वरी कुमारी 66 और 58 निशाने लगाकर क्रमशः नौवें और 11वें स्थान पर हैं।

भाषा सुधीर आनन्द

आनन्द

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)