नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के चुनौतीपूर्ण दौरे के दौरान मुश्किलों से घिरी भारतीय टीम को मोहम्मद शमी की सेवायें मिल सकती हैं क्योंकि इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने बृहस्पतिवार को रणजी ट्रॉफी मैच में चार विकेट झटकाकर चोट से शानदार वापसी की।
एक साल से ज्यादा समय बाद अपना पहला लाल गेंद का मैच खेलने वाले शमी ने बंगाल के लिए खेलते हुए मध्य प्रदेश की पहली पारी में फेंके गये 57 ओवर में चार स्पैल डाले और 19 ओवर में चार मेडन से 54 रन देकर चार विकेट चटकाये।
उन्होंने मध्य प्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा, आल राउंडर सारांश जैन के अलावा दो पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट किया। इन चार में से तीन बल्लेबाजों को बोल्ड किया जबकि एक बल्ला छुआकर विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को कैच देकर आउट हुए।
भारतीय टीम के लिए यह बहुत अच्छी खबर है, पर राष्ट्रीय चयन समिति यह भी देखेगी कि दूसरी पारी में वह कैसी गेंदबाजी करते हैं तथा इंदौर में होलकर स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच के अंत में उन्हें कोई दर्द तो नहीं होता या फिर सूजन तो नहीं होती।
अगर वह सभी मानदंडों पर खरे उतरते हैं तो यह लगभग तय है कि वह दिन-रात्रि के दूसरे टेस्ट से पहले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के साथ जुड़ जायेंगे।
यह रणजी ट्रॉफी मैच 16 नवंबर को खत्म होगा और वह पहले टेस्ट से पहले टीम से जुड़ सकते हैं जो 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा।
अगर शमी जाते हैं तो उन्हें प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ दो दिवसीय दिन-रात्रि का एक अभ्यास मैच खेलने को मिलेगा।
बृहस्पतिवार को चटकाये गये विकेटों से ज्यादा टीम प्रबंधन और राष्ट्रीय चयन समिति के साथ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की खेल विज्ञान एवं चिकित्सा टीम टीम यह देखना चाहती है कि उनका शरीर कैसा बर्ताव कर रहा है।
शमी ने पिछले साल 19 नवंबर को वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है। उन्होंने टखने की सर्जरी करवाई थी।
वह न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए वापसी करने वाले थे तभी इस सीनियर तेज गेंदबाज के घुटने में सूजन आ गई जिससे उनकी वापसी में देरी हुई।
यह समझा जाता है कि ऑस्ट्रेलिया के लिए 18 सदस्यीय टीम के नाम की घोषणा के बावजूद अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति और टीम प्रबंधन शमी को उसी समय टीम में शामिल कर लेंगे जब बीसीसीआई की चिकित्सा एवं खेल विज्ञान टीम के प्रमुख डॉ. नितिन पटेल उन्हें फिट घोषित कर देंगे।
बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य अजय रात्रा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) चिकित्सा टीम के प्रमुख पटेल के साथ विशेष रूप से शमी की गेंदबाजी देखने के लिए आए थे। अंतिम फैसला लिए जाने से पहले उनके संबंध में ‘फीडबैक’ चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर, कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच गौतम गंभीर को भेजा जाएगा।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘‘जाहिर है शमी से अपना खेल खेलने के लिए कहा गया था क्योंकि रणजी ट्रॉफी का अगला दौर टेस्ट सत्र समाप्त होने के बाद 23 जनवरी को ही शुरू होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए चयनकर्ताओं के पास उनकी फिटनेस जांचने के लिए केवल एक ही मैच था। उन्होंने कई स्पैल में 19 ओवर गेंदबाजी की है और 57 ओवर में से अधिकांश समय क्षेत्ररक्षण किया। उन्होंने 90 ‘डॉट’ गेंद फेंकी हैं। लेकिन उन्हें फिर से दूसरी पारी में गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करना होगा। मान लीजिए कि वह दूसरी पारी में 15 से 18 ओवर और गेंदबाजी करते हैं तो यह अच्छी संख्या होगी। ’’
सूत्र ने कहा, ‘‘लेकिन सबसे बड़ी परीक्षा यह होगी कि क्या उन्हें चार दिन बाद फिर से कोई दर्द महसूस होता है या नहीं। अगर एनसीए की चिकित्सा टीम उनकी फिटनेस को हरी झंडी देती है तो जाहिर है कि वह दूसरे टेस्ट से पहले टीम में शामिल हो जायेंगे। ’’
भाषा नमिता सुधीर
सुधीर
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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