रैंकिंग में भारत की दुर्दशा से दुखी हैं शशिकुमार मुकुंद |

रैंकिंग में भारत की दुर्दशा से दुखी हैं शशिकुमार मुकुंद

रैंकिंग में भारत की दुर्दशा से दुखी हैं शशिकुमार मुकुंद

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Modified Date: January 30, 2025 / 05:47 PM IST
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Published Date: January 30, 2025 5:47 pm IST

(अमनप्रीत सिंह)

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) शशिकुमार मुकुंद अपने डेविस कप पदार्पण में ही दर्द से कराहते हुए कोर्ट से बाहर हो गए थे, तब भारतीय टीम सितंबर 2023 में मोरक्को से 0-1 से पिछड़ रही थी। इतना ही काफी नहीं था कि वह उस जर्सी को पहनकर खेले जिस पर ‘इंडिया’ की स्पैलिंग गलत लिखी थी।

लखनऊ में इस बुरे सपने वाले पदार्पण का अंत यहीं नहीं हुआ। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) इससे काफी नाराज हुआ और उसने इस गलती के लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगा।

इसके बाद इससे भी बुरा हुआ जब उन्होंने पैर की चोट के कारण जनवरी में पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार कर दिया और स्वीडन के खिलाफ मुकाबले के लिए खुद को उपलब्ध नहीं कराया।

इस बीच एआईटीए ने उन्हें अनुशासानात्मक आधार पर प्रतिबंधित कर दिया जबकि किसी को भी इस बात की भनक तक नहीं थी, यहां तक ​​कि खिलाड़ी को भी नहीं कि उन्हें निलंबित किया गया है। कप्तान रोहित राजपाल ने उन्हें आश्वस्त किया कि अगर वह स्वीडन के खिलाफ मैच के लिए खुद को उपलब्ध कराते हैं तो वह उनका प्रतिबंध हटवा देंगे।

हालांकि वह पहले ही टूर पर खेलने के लिए प्रतिबद्धता दे चुके थे और अपने कोच को भी अग्रिम भुगतान कर चुके थे। इससे स्थिति और जटिल हो गई और राष्ट्रीय महासंघ के साथ उनके संबंध खराब हो गए।

जनवरी 2025 में मुकुंद शनिवार से शुरू होने वाले टोगो के खिलाफ विश्व ग्रुप एक प्ले-ऑफ मुकाबले के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले खिलाड़ी होंगे।

वह डेविस कप में खेलने के लिए उत्साहित हैं लेकिन उन्हें यह पसंद नहीं है कि वह कोर्ट पर सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले भारतीय हैं जबकि एटीपी सूची में 360वें नंबर पर काबिज हैं।

मुकुंद ने अपनी वापसी पर पीटीआई से कहा, ‘‘निश्चित रूप से यह निराशाजनक है क्योंकि जब मैं पढ़ता हूं या रैंकिंग देखता हूं तो दुख होता है कि नंबर एक रैंकिंग वाला खिलाड़ी 360 रैंकिंग पर काबिज है। यह निराशाजनक है। मुझे कहना होगा क्योंकि पहले मैं एक भारतीय टेनिस प्रशंसक हूं और फिर मैं एक खिलाड़ी हूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘अतीत में मैं 200 की करीब रैंकिंग पर था और तब मैं भारत में पांचवें नंबर पर था। लेकिन ऐसा इसलिए था क्योंकि बहुत से लोग मुझसे बहुत आगे थे। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘वो गहराई जल्द ही फिर से आ रही है जिसमें नंबर एक खिलाड़ी शीर्ष 100 रैंकिंग में है, नंबर दो शीर्ष 100 के करीब है। नंबर तीन कहीं 120 या 130 रैंकिंग के आसपास है। कोविड-19 से पहले यह स्थिति थी और उम्मीद है कि हम मौजूदा पीढ़ी और अगली पीढ़ी में मौजूद सभी शानदार प्रतिभाओं के साथ फिर से वहीं पहुंच सकते हैं। ’’

भाषा नमिता पंत

पंत

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)