नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव पद के लिये चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, जिससे जूनियर टीम के कोच संजय मिश्रा इस पद के लिये सर्वसम्मत पसंद बन गये हैं। गोपीचंद ने शुक्रवार को उपाध्यक्ष के एक पद के लिये अपना नामांकन भरा, जबकि मिश्रा ने महासचिव पद के लिये अपना नामांकन दाखिल किया। चुनाव 25 मार्च को होने हैं।
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इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘गोपीचंद ने तमाम पहुलुओं पर गौर करने के बाद उपाध्यक्ष पद के लिये अपना नामांकन भरा जबकि संजय मिश्रा अब महासचिव पद के लिये सर्वसम्मत पसंद बन गये हैं।’’ गोपीचंद 12 उपाध्यक्षों में से एक पद संभालेंगे।
निवर्तमान सचिव अजय सिंघानिया और तमिलनाडु बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष अंबुमणि रामदास भी उपाध्यक्ष का जिम्मा संभालेंगे, जबकि अरुण लखानी कोषाध्यक्ष होंगे और उमर राशिद संयुक्त सचिव का पद संभालेंगे। हिमंत बिस्वा सरमा का फिर से अध्यक्ष चुना जाना तय है।
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शुक्रवार को उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 19 मार्च है। इससे पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि गोपीचंद महासचिव पद की दौड़ में शामिल हैं। उनकी पात्रता को लेकर हालांकि सवाल उठ रहे थे क्योंकि बीएआई के संविधान के अनुसार केवल निवर्तमान पदाधिकारी या निवर्तमान कार्यकारी समिति के सदस्य ही महासचिव पद का चुनाव लड़ने के पात्र होते हैं।
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