राइफल निशानेबाज अखिल श्योराण को विश्व कप फाइनल में कांस्य पदक |

राइफल निशानेबाज अखिल श्योराण को विश्व कप फाइनल में कांस्य पदक

राइफल निशानेबाज अखिल श्योराण को विश्व कप फाइनल में कांस्य पदक

:   Modified Date:  October 16, 2024 / 08:39 PM IST, Published Date : October 16, 2024/8:39 pm IST

नयी दिल्ली, 16 अक्टूबर (भाषा) निराशाओं से भरे साल में निशानेबाज अखिल श्योराण ने बुधवार को आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन्स में कांस्य पदक जीतकर खुद को साबित किया जबकि अन्य भारतीय प्रतिभागी अपनी छाप छोड़ने में असफल रहे।

आशी चौकसी और निश्चल दोनों महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन्स में पदक दौर में जगह नहीं बना सकीं जबकि ओलंपियन रिदम सांगवान 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में चीनी निशानेबाज के साथ तीसरे स्थान के शूट ऑफ में कांस्य पदक से चूकने के कारण बदकिस्मत रहीं।

अखिल ने हालांकि धैर्य बरकरार रखते हुए 452.6 के स्कोर के साथ साल के अंतिम टूर्नामेंट में भारत के लिए दूसरा पदक जीता। उन्होंने पेरिस ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता चीन के लियू युकुन को पछाड़ा जो चौथे स्थान पर रहे।

हंगरी के इस्तवान पेनी ने कर्णी सिंह रेंज में बड़े अंतर से स्वर्ण पदक जीता और बाद में कहा कि यह स्थल हमेशा उनके लिए भाग्यशाली रहा है।

इस स्पर्धा में दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी पेनी ने फाइनल में 465.3 अंक बनाए। उन्होंने 2017 में नयी दिल्ली विश्व कप के दौरान पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण और 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन्स में कांस्य पदक जीता था और 2019 में फिर इसी स्थल पर 50 मीटर स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया।

पेनी ने सोमवार को 10 मीटर एयर राइफल में भी रजत पदक जीता था।

अखिल ने बाद में कहा कि कांस्य पदक ने 2026 में एशियाई खेलों सहित आगामी प्रतियोगिताओं के लिए उनकी तैयारी को गति दी है।

बागपत के इस निशानेबाज ने पिछले साल बाकू में विश्व चैंपियनशिप के दौरान पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया था लेकिन उसके बाद चीजें अनुकूल नहीं रही क्योंकि नयी दिल्ली और भोपाल में ओलंपिक चयन ट्रायल के दौरान चोट लगने के कारण उन्हें पेरिस जाने वाले दल में अपनी जगह गंवानी पड़ी।

हालांकि बुधवार को अखिल ने कहा कि उन्होंने निराशा पर काबू पा लिया है और 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक की तैयारी शुरू कर दी है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने फाइनल के लिए कड़ी ट्रेनिंग की थी। शुरू में मैं आज नीलिंग पोजिशन में अच्छे स्कोर नहीं बना पा रहा था लेकिन मुझे पता था कि मैं प्रोन और स्टैंडिंग में बेहतर प्रदर्शन कर सकता हूं जो मेरा मजबूत पक्ष है।

विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता अखिल ने कहा, ‘‘नीलिंग पोजिशन में मेरी सीरीज बहुत अच्छी रही और स्टैंडिंग में मुझे आत्मविश्वास मिला जो पदक तालिका में शामिल होगा।’’

इससे पहले अखिल ने क्वालीफिकेशन दौर में 589 का स्कोर करके छठा स्थान हासिल किया और आठ निशानेबाजों के फाइनल में प्रवेश किया। स्पर्धा में हिस्सा ले रहे दूसरे भारतीय चैन सिंह 592 का स्कोर करके चौथे स्थान पर रहे। वह हालांकि फाइनल में सातवें स्थान पर रहे।

महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन्स क्वालीफिकेशन में हांगझोउ एशियाई खेलों की टीम स्पर्धा की कांस्य पदक विजेता आशी 587 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहीं और ‘10 अंक के अंदरूनी हिस्से’ में निशाने के आधार पर फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। निश्चल 585 के स्कोर के साथ 10वें स्थान पर रहीं।

महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में रिदम और फेंग सिक्सुआन बीच कांस्य पदक का शूट ऑफ था जिसमें चीन की खिलाड़ी ने भारतीय खिलाड़ी को हराकर कांस्य पदक जीता। आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाने वाली एक अन्य भारतीय सिमरनप्रीत कौर छठे स्थान पर रहीं।

ओलंपियन विजयवीर सिद्धू और अनीश भानवाला ने 25 मीटर रेपिड फायर स्पर्धा में निराश किया और क्वालीफिकेशन दौर में 581 और 580 के स्कोर के साथ क्रमशः सातवें और नौवें स्थान पर रहे तथा छह निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाने से चूक गए।

स्कीट निशानेबाज गनीमत सेखों ने दो दिन में 122 के क्वालीफिकेशन स्कोर के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा और लगातार दूसरे विश्व कप फाइनल में पहुंची। इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने ही रिकॉर्ड को दो अंकों से बेहतर किया।

गनीमत गुरुवार को होने वाले छह निशानेबाजों के फाइनल से पहले क्वालीफिकेशन में चौथे स्थान पर रहीं। इटली की पूर्व ओलंपिक चैंपियन डायना बैकोसी 124 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रहीं।

विवान कपूर (120) ने तीसरे स्थान पर रहते हुए पुरुषों के ट्रैप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जबकि अनंतजीत सिंह नरुका (121) और मैराज अहमद खान (119) ने पांचवें और छठे स्थान पर रहते हुए पुरुषों के स्कीट पदक दौर में जगह बनाई।

भाषा सुधीर नमिता

नमिता

 

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