एशियाई खेलों में खिलाड़ियों और स्पर्धाओं की संख्या में कटौती पर विचार कर रहा है ओसीए |

एशियाई खेलों में खिलाड़ियों और स्पर्धाओं की संख्या में कटौती पर विचार कर रहा है ओसीए

एशियाई खेलों में खिलाड़ियों और स्पर्धाओं की संख्या में कटौती पर विचार कर रहा है ओसीए

:   Modified Date:  September 5, 2024 / 06:19 PM IST, Published Date : September 5, 2024/6:19 pm IST

नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) एशियाई खेलों में खिलाड़ियों के भारी-भरकम दल को लेकर होने वाली परेशानियों को देखते हुए एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) इन महाद्वीपीय खेलों में खिलाड़ियों और स्पर्धाओं में कटौती की तैयारी कर रहा है और अगर यह योजना लागू होती है तो टीम खेलों को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ेगा।

अगर टीमों की संख्या में कटौती हुई या क्वालीफाइंग टूर्नामेंट लागू किया गया तो भारत को भी नुकसान उठाना पड़ा सकता है क्योंकि ऐसे में उसकी फुटबॉल जैसी टीमों के लिए एशियाई खेलों में जगह बनाना मुश्किल हो सकता है।

ओसीए के उप महानिदेशक विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि विभिन्न टीम खेलों के महासंघों के साथ बात चल रही है और टीमों तथा स्पर्धाओं में कटौती की योजना है। उन्होंने हालांकि आश्वासन दिया कि व्यक्तिगत खेलों के खिलाड़ियों को इस प्रक्रिया में नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।

तिवारी ने यहां ओसीए की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संवादाताओं से कहा, ‘‘आइची-नगोया एशियाई खेलों (2026) से हम स्पर्धाओं की संख्या कम करने का प्रयास कर रहे हैं। हम सभी टीम खेलों के महासंघों से बात कर रहे हैं जिससे कि खिलाड़ियों की संख्या इतनी हो जाए जिसका प्रबंधन किया जा सके। हांगझोउ एशियाई खेलों में 15 हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया जो अवास्तविक था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम फुटबॉल में एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) से बात कर चुके हैं। हम एशियाई खेलों में खेलने वाली टीमों की संख्या में कटौती पर बात कर रहे हैं। पहले क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होगा और फिर क्वालीफाई करने वाली टीमें एशियाई खेलों में हिस्सा लेंगी। चीन ने 15 हजार खिलाड़ियों का प्रबंधन कर लिया था लेकिन जापान में ऐसा करना नामुमकिन होगा।’’

तिवारी ने हालांकि आश्वासन दिया कि सभी खेलों में क्वालीफिकेशन लागू नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘सभी खेलों में क्वालीफिकेशन लागू नहीं किया जा सकता क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो फलस्तीन, पूर्वी तिमोर जैसे देश अपने खिलाड़ियों को नहीं भेज पाएंगे। हालांकि हमें पता है कि ऐसा नहीं करने से मेजबान शहर को काफी परेशानी उठानी पड़ती है क्योंकि काफी संख्या में खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा के लिए पहुंचते हैं। इसलिए हम खिलाड़ियों की संख्या कम करने के लिए विभिन्न महासंघों से बात कर रहे हैं, विशेषकर टीम खेलों के महासंघ से।’’

तिवारी ने कहा कि अगर क्वालीफाइंग टूर्नामेंट लागू किया गया तो सिर्फ क्वालीफाई करने वाली टीमों को ही खेलने की स्वीकृति होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर क्वालीफाइंग टूर्नामेंट लागू किया जाता है तो सिर्फ क्वालीफाई करने वाली टीमों को ही प्रतियोगिता में खेलने की स्वीकृति मिलेगी। विशेष अनुरोध पर विचार किया जा सकता है लेकिन अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।’’

टीम खेलों में टीमों की संख्या में कटौती पर उन्होंने कहा, ‘‘टीम खेलों में ही मुख्य रूप से कटौती होगी क्योंकि उनमें अधिक खिलाड़ी होते हैं। वॉलीबॉल, हैडबॉल, हॉकी जैसे खेलों के महासंघों से बात चल रही है। गैर ओलंपिक खेलों को भी एशियाई खेलों से हटाकर एशियाई इंडोर खेलों, एशियाई बीच खेलों, युवा खेलों आदि में शामिल किया जा सकता है। इस समय शतरंज को कोई खतरा नहीं है और यह एशियाई खेलों का हिस्सा है। एशियाई खेलों में 33 ओलंपिक खेल, पांच क्षेत्रीय खेल और दो मेजबान देश के खेल, कुल मिलाकर 40 खेले होंगे।’’

ओसीए के कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर सिंह और तिवारी ने कहा कि योग को आम सभा में एशियाई खेलों में शामिल किए जाने के लिए स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।

रणधीर ने कहा, ‘‘एशियाई ओलंपिक परिषद की खेल समिति ने योग को स्वीकृति दे दी है। कार्यकारी समिति से भी इसको स्वीकृति मिल चुकी है। अब इसे आम सभा की स्वीकृति के लिए उसके समक्ष रखा जाएगा।’’

तिवारी ने कहा, ‘‘योग को आम सभा में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। किसी खेल को शामिल करने की एक प्रक्रिया होती है। खेल समिति इस पर गौर करती है, उसने इसे स्वीकृति दे दी है। किसी भी खेल को शामिल करने के लिए आम सभा की स्वीकृति मिलना अनिवार्य है। उम्मीद करते है कि आठ सितंबर को इसे स्वीकृति मिल जाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिर खेलों के अगले सत्र में इसे प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल किया जाता है, ऐसा होने के बाद इसे एशियाई खेलों के कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। हम इस बारे में आयोजकों से बात कर रहे हैं क्योंकि आइची-नगोया खेलों के कार्यक्रम को दो साल पहले तैयार किया जा चुका है लेकिन हम इसे (योग को ) आइची-नगोया खेलों में प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल करने का प्रयास करेंगे।’’

भाषा सुधीर मोना

मोना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)