कोच फुल्टोन और कप्तान हरमनप्रीत के लिये खास है मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम |

कोच फुल्टोन और कप्तान हरमनप्रीत के लिये खास है मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम

कोच फुल्टोन और कप्तान हरमनप्रीत के लिये खास है मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम

:   Modified Date:  October 22, 2024 / 04:39 PM IST, Published Date : October 22, 2024/4:39 pm IST

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) क्रेग फुल्टोन ने तीन दशक पहले इसी मैदान पर बतौर खिलाड़ी पदार्पण किया था और हरमनप्रीत सिंह के जूनियर कैरियर की शुरूआत यहीं हुई लिहाजा मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर लौटना भारत के कोच और कप्तान दोनों के लिये अतीत की यादें ताजा करने जैसा है ।

भारत और जर्मनी के बीच 23 और 24 अक्टूबर को होने वाले टेस्ट मैचों के जरिये दिल्ली में एक दशक बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी हो रही है ।

इंदिरा गांधी गोल्ड कप के जरिये 1995 में यहां अंतरराष्ट्रीय हॉकी में दक्षिण अफ्रीका के लिये बतौर खिलाड़ी पदार्पण करने वाले भारत के कोच फुल्टोन ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘मैने यहीं से सफर की शुरूआत की थी । यहां वापिस आकर अच्छा लग रहा है । पिछले साल एशियाई खेल के बाद यहां एक कार्यक्रम में भाग लिया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे लेकिन अब एक कोच के रूप में खेलने के लिये यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है ।’’

वहीं सीनियर स्तर पर पहली बार दिल्ली में खेलने जा रहे कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा ,‘‘ हमारा जूनियर कैंप 2015 में यहीं हुआ था । अब सीनियर स्तर पर यहां खेलने का मौका मिलने से काफी रोमांचित हूं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ इस मैदान से जुड़ी बहुत अच्छी यादें हैं । जूनियर कैंप में हरेंद्र सर (हरेंद्र सिंह) कोच थे और दिल्ली की गर्मी में दोपहर में अभ्यास सत्र होते थे । इसी से अनुकूलन में काफी मदद मिली और वे चीजें आज तक काम आ रही है ।’’

कोच फुल्टोन ने कहा कि जर्मनी की यह टीम उससे अलग है जिसने पेरिस ओलंपिक सेमीफाइनल में भारत को हराया था लेकिन इसके बावजूद यह काफी मजबूत टीम है ।

उन्होंने कहा ,‘‘यह वह टीम नहीं है जिससे हम पेरिस में खेले थे लेकिन जर्मनी रणनीतिक तौर पर बहुत अच्छी टीम है । उनकी मैन टू मैन मार्किंग बहुत जबर्दस्त है । कठिन प्रतिद्वंद्वी है लेकिन हम भी पूरी तैयारी से उतरेंगे ।’’

कोच ने कहा ,‘‘जर्मन टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं और इस टीम से हम प्रो लीग में खेल चुके हैं । अंडर 21 विश्व चैम्पियन है, वही कोर ग्रुप अब सीनियर टीम में खेल रहा है । वे लय में हैं लेकिन हमने भी दो सप्ताह काफी अच्छा अभ्यास किया है ।’’

कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि भारतीय टीम ने कुछ अलग रणनीति नहीं बनाई है और उसी तरह से खेलेगी जैसे अभी तक खेलती आई है ।

पेरिस ओलंपिक में 10 गोल दागने वाले इस अनुभवी ड्रैग फ्लिकर ने कहा ,‘‘ हम वैसे ही खेलेंगे जैसे पिछले कुछ साल से खेल रहे हैं क्योंकि उससे नतीजे भी मिले हैं । आज की हॉकी में विविधता और प्रयोग करना जरूरी है । विरोधी टीम का विश्लेषण करके उसके हिसाब से खेलना है ।’’

मौजूदा दौर में द्विपक्षीय टेस्ट मैचों की प्रासंगिकता पर फुल्टोन ने कहा कि खिलाड़ी की असल परीक्षा इसी में होती है और द्विपक्षीय टेस्ट बहुत जरूरी हैं ।

उन्होंने कहा ,‘‘ टेस्ट मैच खेलना बहुत जरूरी है । इससे आपका असली टेस्ट होता है और हम नये खिलाड़ियों को आजमा सकते हैं । हमने भी दो नये खिलाड़ियों आदित्य लालागे और राजिंदर सिंह को जगह दी है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘रैंकिंग में हम पांचवें नंबर पर हैं और जर्मनी दूसरे नंबर पर हैं । हम इस खाई को भी पाटना चाहते हैं ।’’

कोच की नजरें विश्व कप 2026 और ओलंपिक 2028 के लिये खिलाड़ियों का बड़ा पूल तैयार करने पर भी है और इसके लिये वह हॉकी इंडिया लीग को भी अहम मानते हैं ।

उन्होंने कहा ,‘‘ अभी से हम विश्व कप 2026 और 2028 ओलंपिक के लिये बड़ा कोर ग्रुप बना रहे हैं । इसके लिये युवा खिलाड़ियों को मौका देना जरूरी है । हॉकी इंडिया लीग में खिलाड़ियों पर हमारी नजरें होंगी ।’’

उन्होंने बताया कि भारत ए टीम अब यूरोप में छह मैच खेलेगी जिसमें कोई सीनियर खिलाड़ी नहीं होगा क्योंकि 2024 में काफी हॉकी खेलने के बाद उन्हें ब्रेक मिलना जरूरी है ।

भाषा

मोना सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)