मुंबई, 24 जनवरी (भाषा ) जम्मू कश्मीर के कप्तान पारस डोगरा ने गत चैम्पियन मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में अंपायरिंग के स्तर पर निराशा जताते हुए कहा कि मैच अधिकारियों को और चौकन्ना रहना चाहिये था ।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 140 मैच खेल चुके 40 वर्ष के डोगरा ने कहा कि ऐसा कई सालों से चला आ रहा है।
दूसरे दिन आईसीसी एलीट पैनल से बाहर किये गए अंपायर सुंदरम रवि मुंबई की पारी के दौरान श्रेयस अय्यर के बल्ले से गेंद टकराने की आवाज नहीं सुन सके जबकि वह सभी ने सुनी ।
उन्होंने मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे को विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया । रहाणे सीमारेखा तक पहुंच चुके थे जब उन्हें वापिस बुलाया गया । रवि ने उमर नजीर की गेंद को नोबॉल करार दिया लेकिन इस बार उनकी गलती सुधारने के लिये रिप्ले नहीं था ।
डोगरा ने कहा ,‘‘ क्या कहा जाये । यह सालों से चला आ रहा है और कुछ किया नहीं जा सकता । अंपायर भी इंसान है और उनसे गलती हो सकती है । अगर वे थोड़े चौकन्ने रहते तो मजा आता है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘यह खेल का हिस्सा है । यही वजह है कि डीआरएस है । यहां भी डीआरएस होता तो अच्छा रहता लेकिन कुछ किया नहीं जा सकता क्योंकि एक साथ 10 . 15 मैच हो रहे हैं । इससे कोई फर्क नहीं पड़ता ।’’
भाषा मोना सुधीर
सुधीर
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)