आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल उत्कृष्टता का जश्न: मांडविया |

आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल उत्कृष्टता का जश्न: मांडविया

आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल उत्कृष्टता का जश्न: मांडविया

:   Modified Date:  October 14, 2024 / 09:42 PM IST, Published Date : October 14, 2024/9:42 pm IST

नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को यहां शुरू हुए निशानेबाजी विश्व कप फाइनल को उत्कृष्टता का उत्सव बताते हुए कहा कि देश इस खेल की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का स्वागत करके सम्मानित महसूस कर रहा है।

कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में आयोजित होने वाले इस विश्व कप में ओलंपिक पदक विजेताओं सहित 37 देशों के 200 से अधिक निशानेबाज चुनौती पेश कर रहे हैं।

पिस्टल निशानेबाज रिदम सांगवान सत्र के आखिरी टूर्नामेंट में भारतीय की 23 सदस्यीय दल में सबसे चर्चित नाम है।

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर, सरबजोत सिंह और स्वप्निल कुसाले ने इस प्रतियोगिता से बाहर रहने का फैसला किया है। इन चर्चित नामों की गैरमौजूदगी में गनेमत सेखों (महिला स्कीट) और सोनम मास्कर (महिला 10 मीटर एयर राइफल) जैसे उभरते सितारे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहेंगे। इन निशानेबाजों ने विश्व रैंकिंग के आधार पर अपने स्थान अर्जित किये हैं।

भारतीय टीम में अर्जुन बाबुता (पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल), अनीश भानवाला (पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल) सहित पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले नौ निशानेबाज शामिल हैं।

मांडविया ने यहां उद्घाटन समारोह में कहा, ‘‘ हम दुनिया भर के एथलीटों, अधिकारियों और दर्शकों के साथ-साथ दुनिया की बेहतरीन निशानेबाजी प्रतिभाओं का स्वागत करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी करना भारत के लिए सौभाग्य की बात है। हम उम्मीद करते हैं कि आप यहां रहते हुए परिवार जैसा महसूस करेंगे।’’

अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) के अध्यक्ष लुसियानो रॉसी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में निशानेबाजी खेल और भी लोकप्रिय होगा।

रॉसी ने कहा, ‘‘हमारे पास प्रतिस्पर्धा करने के लिए सभी महाद्वीपों के 37 देशों के निशानेबाज हैं, और हम भविष्य में इस खेल में और भी अधिक देशों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।’’

भाषा आनन्द सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)