भारतीय मिश्रित 4x400 मी रिले टीम ओलंपिक में जगह बनाने में विफल, जेना ने टखने में दर्द का खुलासा किया |

भारतीय मिश्रित 4×400 मी रिले टीम ओलंपिक में जगह बनाने में विफल, जेना ने टखने में दर्द का खुलासा किया

भारतीय मिश्रित 4x400 मी रिले टीम ओलंपिक में जगह बनाने में विफल, जेना ने टखने में दर्द का खुलासा किया

:   Modified Date:  June 30, 2024 / 10:34 PM IST, Published Date : June 30, 2024/10:34 pm IST

पंचकुला (हरियाणा), 30 जून (भाषा) भारतीय मिश्रित 4×400 मीटर रिले टीम रविवार को यहां राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैम्पियनशिप के अंतिम दिन राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के बावजूद पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही और निर्धारित समय से महज एक सेकंड से चूक गई।

भारत ने मिश्रित 400 मीटर रिले स्पर्धा में दो टीमें – ए और बी – उतारी। इसमें श्रीलंका और मालदीव को भी भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा आमंत्रित किया गया था ताकि विश्व रैंकिंग के लिए समय की गणना की जा सके।

किसी स्पर्धा को अंतरराष्ट्रीय बनाने के लिए तीन राष्ट्रीय टीमों की जरूरत होती है।

भारतीय टीम का लक्ष्य 3:11.87 सेकेंड का समय निकालकर कीनिया (3:11.88) को पीछे छोड़कर 16वां और अंतिम स्थान प्राप्त करना था।

मोहम्मद अनस, ज्योतिका श्री दांडी, मुहम्मद अजमल और किरण पहल की भारत ए चौकड़ी ने 3:12.87 सेकेंड का समय लेकर रेस जीत ली और 3:14.12 सेकंड का पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो मई में बैंकॉक में एशियाई रिले में दर्ज किया गया था।

दिलचस्प बात यह है कि किरण (जिन्होंने 50.95 सेकंड के ओलंपिक क्वालीफाइंग समय को पार करके व्यक्तिगत 400 मीटर जीता था) को भारतीय टीम में शामिल किया गया था जो राष्ट्रीय शिविर के बाहर अकेले ट्रेनिंग लेती हैं।

एएफआई की नीति है कि रिले टीमों का चयन केवल राष्ट्रीय शिविर में से ही किया जाएगा।

टी संतोष, विथ्या रामराज, अमोज जैकब और सुभा वेंकटेशन की भारत की बी टीम 3:14.22 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रही।

श्रीलंका 3:18.18 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहा जबकि मालदीव 3:44.98 सेकेंड के साथ अंतिम स्थान पर रहा।

भारतीय मिश्रित 4×400 मीटर रिले टीम का पेरिस में जगह बनाने में विफल होना एएफआई के लिए निराशा की बात होगी।

पुरुष और महिला दोनों 4×400 मीटर रिले टीमें पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं।

अन्य स्पर्धाओं में ओलंपिक जाने वाले किशोर जेना पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहे जिसमें हरियाणा के साहिल सिलवाल ने 81.81 मीटर के थ्रो के साथ जीत दर्ज की।

ओड़िशा विक्रांत मलिक 81.74 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि जेना ने 80.84 मीटर के दूसरे दौर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता।

एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता जेना ने राहत की सांस ली कि वह 80 से अधिक थ्रो करने में कामयाब रहे।

उन्होंने यह भी बताया कि वह भुवनेश्वर में फेडरेशन कप (15-19 मई) के बाद बायें टखने में मामूली दर्द से जूझ रहे थे।

जेना ने कहा, ‘‘फेडरेशन कप के बाद मुझे अपने बायें पैर में टखने में दर्द महसूस हुआ लेकिन मैं यह नहीं बता पाया कि यह कब हुआ। हमने एक डॉक्टर से सलाह ली, जिसने मुझे इसके बारे में चिंता नहीं करने के लिए कहा। हमने थोड़ा भार कम किया, रिकवरी एक्सरसाइज और फिजियोथेरेपी की। दर्द कम हो गया है और अब लगभग सब ठीक है। फिर भी मैंने आज पूरा जोर नहीं लगाया। ’’

आंध्र प्रदेश की स्टार एथलीट ज्योति याराजी ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में 13.06 सेकंड का समय निकालकर जीत हासिल की जबकि ओडिशा की प्रज्ञान साहू (13.15) और तमिलनाडु की नित्या रामराज (13.21) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता।

एक अन्य राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक तेजस शिरसे ने पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ में 13.54 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता।

ओलंपिक क्वालीफाई करने का समय 13.27 सेकंड है जबकि उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड 13.41 सेकंड है।

ओडिशा के अनिमेष कुजूर और श्राबनी नंदा ने क्रमशः 20.65 सेकंड और 23.89 सेकंड का समय लेकर पुरुषों और महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

पुरुषों की त्रिकूद में राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता केरल के अब्दुल्ला अबूबाकर ने 17 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक प्रवीण चित्रावेल को हराकर स्वर्ण पदक जीता। तमिलनाडु के चित्रावेल 16.98 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

भाषा नमिता

नमिता

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)