नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) मुल्तान में विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट परिषद (डब्ल्यूबीसीसी) की आम सालाना बैठक में अगले साल भारत में होने वाले शुरूआती दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप को ‘हाइब्रिड मॉडल’ के आधार पर कराने का फैसला लिया गया जिसमें पाकिस्तान अपने मैच नेपाल या श्रीलंका में खेलेगा।
भारत ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में पुरुष टी20 दृष्टिबाधित क्रिकेट विश्व कप से हटने का फैसला किया था और इसके कुछ हफ्ते बाद ही यह कदम उठाया गया।
महिलाओं के टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार पिछले साल भारत को दिए गए थे और सोमवार को आम सालाना बैठक में इसकी पुष्टि की गई जिसमें 11 सदस्य देश मौजूद थे। भारत, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड वर्चुअली बैठक में शामिल हुए।
भारत में दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएबीआई) के अध्यक्ष जीके महनतेश ने पीटीआई से कहा, ‘‘टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार पिछले साल (2023) ही भारत को दिया गया था। उस समय यह भी तय किया गया था कि अगर पाकिस्तान की टीम के भारत आने में वीजा की समस्या आती है तो टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड मॉडल’ में आयोजित किया जाएगा। पाकिस्तान अपने सभी मैच तटस्थ स्थल पर खेलेगा। ’’
यह पूछने पर कि पाकिस्तान के मैच कहां होंगे तो महनतेश ने कहा, ‘‘पाकिस्तान की दृष्टिबाधित महिला टीम पूरे टूर्नामेंट के दौरान या तो नेपाल में या श्रीलंका में ही रहेगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम नेपाल या श्रीलंका में उनके खिलाफ खेलने के लिए जाएगी। पूरे टूर्नामेंट का खर्च हमारा क्रिकेट बोर्ड उठाएगा। हम इन दोनों देशों में से किसी एक में पाकिस्तानी टीम के रहने का पूरा खर्च वहन करेंगे। ’’
सीएबीआई न ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड से और न ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से मान्यता प्राप्त है।
भाषा नमिता पंत
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