नई दिल्लीः फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलंपिक के बाद अब पैरालंपिक खेलों का आगाज हो चुका है। इस टूर्नामेंट में भारत के 84 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय खिलाड़ी अपना दमखम दिखा रहे हैं। दूसरे दिन भारत ने चार मेडल जीते। चार में से तीन मेडल शूटिंग और एक मेडल एथलेटिक्स (ट्रैक इवेंट) में आया। ये सभी चार मेडल महज दो घंटे में आए। वहीं आज भी भारत को मेडल की उम्मीद है।
30 अगस्त को 1 गोल्ड सहित 4 मेडल जीतकर खिलाड़ियों ने पिछले प्रदर्शन को पीछे छोड़ने की तरफ कदम बढ़ा दिया है। अवनी लेखरा ने इतिहास रचते हुए भारत की झोली में पेरिस में पहला गोल्ड मेडल डाला। अवनी ने 249.7 का स्कोर करके अपना ही 249.6 का पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त किया। मोना ने 228.7 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। यह पहला मौका था जब किसी एक शूटिंग इवेंट में भारत के दो पैरा निशानेबाज पोडियम पर पहुंचे।
इस इवेंट के लगभग एक घंटे बाद महिलाओं का टी35 वर्ग की 100 मीटर फाइनल शुरू हुआ जहां भारत की प्रीति पाल चुनौती पेश कर रही थी। में 14.21 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय से कांस्य पदक जीता। तेईस साल की प्रीति का कांस्य पदक पेरिस पैरालंपिक की पैरा एथलेटिक्स में भारत के इतिहास का पहला पदक है। इस इवेंट के बाद भारत की मेडल संख्या तीन हो गई।
शाम साढ़े पांच बजे पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल (एसएच 1) इवेंट में भारत के मनीष नरवाल एक्शन में थे। मनीष ने टोक्यो में गोल्ड मेडल जीता था, ऐसे में उनसे फिर से मेडल की उम्मीद थी। मनीष नरवाल अपने गोल्ड को डिफेंड नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। मनीष ने 234.9 स्कोर किया जबकि जियोंगडू ने 237.4 स्कोर करके स्वर्ण पदक जीता। नरवाल क्वालीफिकेशन दौर में 565 स्कोर करके पांचवें स्थान पर रहे थे। वह लगातार दो पैरालंपिक्स में मेडल जीतने वाले देश के पहले पैरा शूटर बने। इस तरह तीन बजे तक बिना किसी मेडल के टैली में मौजूद भारत के खाते में शाम छह बजे तक चार मेडल आ गए।
संख्या | एथलीट | खेल | इवेंट | पदक |
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1 | अवनि लेखरा | शूटिंग | महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 | स्वर्ण |
2 | मोना अग्रवाल | शूटिंग | महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 | कांस्य |
3 | प्रीति पाल | एथलेटिक्स | महिला 100 मीटर T35 | कांस्य |
4 | मनीष नरवाल | शूटिंग | पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 | रजत |