नयी दिल्ली, 30 नवंबर ( भाषा ) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कई आई लीग खिलाड़ियों से हाल ही में मैचों में हेराफेरी के लिये संपर्क किया गया । एआईएफएफ ने मामले की जांच का वादा किया है ।
एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने यह नहीं बताया कि उन्हें यह सूचना कैसे मिली, किन खिलाड़ियों से और किसने संपर्क किया लेकिन कहा कि महासंघ खेल में नैतिकता बनाये रखने के लिये प्रतिबद्ध है ।
उन्होंने एक बयान में कहा ,‘‘ हमें सूचना मिली है कि खिलाड़ियों से संपर्क किया गया । हम मामले की जांच करेंगे और जरूरी कदम उठायेंगे ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम इस खूबसूरत खेल और अपने खिलाड़ियों की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध हैं । इस तरह का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जायेगा जिससे खिलाड़ियों या खेल को खतरा हो ।’’
आईलीग 2023 सत्र अक्टूबर में शुरू हुआ और 13 टीमों की स्पर्धा में 40 से अधिक मैच हो चुके हैं ।
चौबे ने कहा ,‘‘ हम अपनी क्षमताओं को भी मजबूत करेंगे ताकि ऐसे खतरों का सामना करने के साथ अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों को भी जागरूक किया जा सके ।’’
सूत्रों ने बताया कि जिन खिलाड़ियों से संपर्क किया गया, वे चार क्लबों के हैं। सूत्र ने कहा ,‘‘ मिली जानकारी चार क्लबों के खिलाड़ियों के संबंध में है । संभवत: सत्र की शुरूआत में उनसे संपर्क किया गया । एआईएफएफ नैतिकता अधिकारी जावेद सिराज मामले की जांच कर रहे हैं ।’’
भारतीय फुटबॉल में भ्रष्टाचार की घटना नयी नहीं है ।
2018 में एआईएफएफ ने आधिकारिक तौर पर कहा था कि आईलीग में मिनर्वा पंजाब फुटबॉल क्लब के खिलाड़ियों से मैच फिक्सिंग के लिये संपर्क किये जाने की जांच चल रही है ।
पिछले साल नवंबर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) ने देश में फुटबॉल मैचों में कथित मैच फिक्सिंग को लेकर प्रारंभिक जांच दर्ज की थी । इसमें सीबीआई ने विभिन्न फुटबॉल क्लबों के बारे में एआईएफएफ से दस्तावेज जमा किये थे ।
भाषा
मोना सुधीर
सुधीर
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