न्यूयॉर्क, 30 दिसंबर (भाषा) विश्व रेपिड शतरंज का खिताब दूसरी बार जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के बाद भारत की दिग्गज खिलाड़ी कोनेरू हंपी मंगलवार से यहां शुरू हो रही फिडे विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप जीतकर दोहरी सफलता हासिल करने के इरादे से उतरेंगी।
हंपी रविवार को इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराकर फिडे महिला विश्व रेपिड शतरंज चैंपियन बनीं थी।
हंपी ने 2019 में जॉर्जिया में भी यह खिताब जीता था और रविवार को दूसरी बार यह खिताब जीतने वाली चीन की जू वेनजुन के बाद सिर्फ दूसरी खिलाड़ी बनीं।
टूर्नामेंट के दौरान खिताब के अलावा 60 हजार डॉलर (लगभग 50 लाख रुपये) की इनामी राशि भी दांव पर लगी होगी क्योंकि ब्लिट्ज टूर्नामेंट की इनामी राशि भी रेपिड चैंपियनशिप के समान है।
भारत का मजबूत दल चैंपियनशिप की चुनौती के लिए तैयार है। टूर्नामेंट के ‘ओपन’ वर्ग में 13 जबकि महिला वर्ग में 11 दौर होंगे।
ब्लिट्ज वर्ग में भारत की डी हरिका का दावा भी मजबूत है जबकि प्रशंसकों को आर वैशाली और दिव्या देशमुख से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। वैशाली और दिव्या रेपिड चैंपियनशिप में प्रभावित करने में नाकाम रहे थे।
‘ओपन’ वर्ग में मैग्नस कार्लसन खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे। ड्रेस कोड (कपड़ों से जुड़े नियम) विवाद के बाद कार्लसन को रेपिड प्रतियोगिता से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था।
नॉर्वे के कार्लसन को भारत के आर प्रज्ञानानंदा और अर्जुन एरिगेसी, फ्रांस के अलिरेजा फिरोजा और उज्बेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है।
रेपिड चैंपियनशिप में खिताब से चूकने वाले एरिगेसी का लक्ष्य 2026 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करना भी होगा।
विश्व रेपिड चैंपियनशिप का खिताब रूस के 18 साल के वोलोदार मुर्जिन ने जीता था।
भाषा सुधीर पंत
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